मैच फिक्सिंग: 33 चीनी फुटबॉलरस; कलब‌ हुक्काम पर उमर भर‌ पाबंदी

बेजिंग 21 फरवरी : चीन में फुटबॉल की आला तंज़ीम ने तीन साल से जारी मैच फिक्सिंग मुआमला में 33 खिलाड़ियों और अहलकारों पर उमर भर‌ पाबंदी लगा दी है। फुटबॉल की आला तंज़ीम ने शंघाई ष्णावा कलब पर एक लाख 60 हज़ार अमेरीकी डॉलर्स का जुर्माना आइद किया है।

अलावा अज़ीं इस से 2003-ए-में जीता हुआ ख़िताब भी वापिस ले लिया गया है जिस में कामयाब होने के लिए उसे एक मैच फिक्स करने का सबूत‌ पाया गया है। वाज़ह रहे कि गुजिश्ता साल के दौरान 50 से ज़्यादा फुटबॉल के अहलकारों, रैफ़रियों और खिलाड़ियों को जेल की सज़ा होचुकी है।

ज़राए का कहना है कि कई मर्तबा बदउनवानी करने और मैच के फ़ैसले पर असरअंदाज़ होना काफ़ी वाज़ह नज़र आता है। उन्होंने कहा कि एक मर्तबा तो एक टीम को वाज़ह तौर पर अपने ख़िलाफ़ ही गोल करने की कोशिश करते देखा गया। चीनी मीडिया में ये ख़बर शाय हुई है कि शंघाई ष्णावा ने 4-1 गोल से जीत हासिल करने के लिए हुक्काम को रिश्वत दी थी।

उसीपर जुर्माने के अलावा आने वाले सीज़न में इसपर 6 निशानात की पेनाल्टी भी लगाई गई है। चीनी ख़बररसां एजैंसी ने कहा है कि मजमूई तौर पर 12 क्लबों पर या तो माली जुर्माना आइद किया गया है या फिर इस पर निशानात की पेनाल्टी लगाई गई है। फुटबॉल के जिन हुक्काम पर पाबंदी लगाई गई है, इन में फुटबाल लीग के दो साबिक़ सरबराह नैन यांग और उनके पेशरू या लिविंग शामिल हैं। वाज़ह रहे कि रिश्वत लेने के जुर्म में दोनों अहलकार 10 साल जेल की सज़ा काट रहे हैं।

उनके अलावा मज़ीद 25 खिलाड़ियों और हुक्काम पर 5 साल की पाबंदी लगाई गई है। चीनी फुटबॉल अथॉरीटी का कहना है कि बदउनवानी के मुआमलों पर सख़्त इक़दाम करने से उन्हें मुल्क में फुटबॉल की मेयार को बुलंद करने और ग़ैर मुल्की खिलाड़ियों को अपने यहां बुलाने में मदद मिलेगी, लेकिन इस केलिए अभी उन्हें मज़ीद इक़दाम करने की ज़रूरत है।

याद रहे कि दीद म्यूर दरोबा और नेको लस अनलका जैसे आलमी शौहरत-ए-याफ़ता खिलाड़ियों ने शंघाई ष्णावा में शमूलियत इख़तियार की थी, लेकिन एक ही सीज़न के बाद उन्होंने कलब को ख़ैरबाद कह दिया था।