मर्कज़ी वज़ीर-ए-तजारत आनंद शर्मा ने आज कहा कि बी जे पी के वज़ारत अज़मी के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से अमेरिकी सफ़ीर बराए हिंद नेन्सी पॉवेल की मुजव्वज़ा मुलाक़ात के सिलसिले में हुकूमत को कोई परेशानी नहीं है।
अमेरिकी सफ़ीर की मोदी से मुलाक़ात से नरेन्द्री मोदी के 9 साला अमेरिकी बाईकॉट के ख़ातमा का इशारा मिलता है। आनंद शर्मा ने एक तक़रीब के मौक़ा पर अलाहदा तौर पर प्रेस कान्फ़्रेंस में कहा कि सफ़ीरों को किसी से भी मुलाक़ात का हक़ है। हमारी एक खुली जम्हूरियत है। हमें ऐसी मुलाक़ात से कोई परेशानी नहीं है ।
मर्कज़ी वज़ीर ने पुर मज़ाह अंदाज़ में उम्मीद ज़ाहिर की कि इस तबदीली से चीफ़ मिनिस्टर गुजरात को अमेरिका के कम से कम एक रोज़ा दौरा का वीज़ा मिल जाएगा। अमेरिका ने 2005 में अपने मुल्की क़ानून बराए मज़हबी आज़ादी की संगीन ख़िलाफ़ वर्जियां के तहत 2005 में मोदी का वीज़ा मंसूख़ कर दिया था। मोदी को अमेरिका में एक सीमीनार से ख़िताब की दावत दी गई थी लेकिन वीज़ा देने से इनकार पर उन्हें वीडियो कान्फ़्रेंसिंग के ज़रिया सीमीनार से ख़िताब करना पड़ा था।
अमेरिका ने ताहम इस बात का ऐलान नहीं किया था कि आइन्दा भी मोदी के वीज़ा पर पाबंदी बरक़रार रहेगा।