गांधी मैदान में गुज़श्ता इतवार के रोज़ हुई बीजेपी की हुंकार रैली के दिन पटना में हुए आठ धमाकों के बाद नरेंद्र मोदी आज फिर पटना पहुंच रहे हैं | मोदी की रैली के दिन हुए धमाकों में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से ज्यादा लोग ज़ख्मी हो गए थे | धमाकों के पीछे दहशतगर्द इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का हाथ होने की बात सामने आई है |
एनआईए, बिहार और झारखंड पुलिस मुसलसल मुश्तबा दहशतगर्दों की खोज में मुहिम चला रही है| ऐसे में मोदी का फिर से बिहार आना उनके लिए खतरनाक बताया जा रहा है |
ज़राये के मुताबिक, गुजरात पुलिस मोदी के इस दौरे को लेकर बेहद चौकसी बरत रही है और वह बिहार पुलिस पर भी भरोसा करने को तैयार नहीं है| यही वजह है कि मोदी के पटना पहुंचने से पहले ही गुजरात पुलिस अफसरों की टीम बिहार पहुंच गई है | यह टीम मोदी की सेक्युरिटी के हर इंतेजाम पर पैनी नजर रख रही है |
इससे पहले जुमेरात के दिन नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की मुजस्समा की संग ए बुनियाद करने के बाद कहा था कि कुछ लोगों ने उनके नाम की सुपारी दे रखी है, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि ये लोग कौन हैं, जो उन्हें मारना चाहते हैं |
हुंकार रैली के दिन धमाकों में मारे गए लोगों पर अब सियासत शुरू हो चुकी है | बीजेपी ने वज़ीर ए आला नीतीश कुमार पर इल्ज़ाम लगाया कि वह मारे लोगों से मिलने इसलिए नहीं गए, क्योंकि वे मोदी की रैली में आए थे |
बीजेपी इसे पूरी रियासत में मुद्दा बनाते हुए अस्थी-कलश यात्रा निकाल रही है| इसकी शुरुआत मोदी की बिहार दौरे से ठीक एक दिन पहले जुमेरात को की गई | बीजेपी की अस्थि-कलश यात्रा 5 नवंबर तक चलेगी | इसके बाद गंगा में मक्तूलो की अस्थियां बहा दी जाएंगी |