सी पी आई ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी ने मुसलमानों की जो सताइश की है, वो वज़ीर-ए-आज़म की हैसियत से दिया हुआ बयान था, लेकिन उन्हें अपने क़ौल पर अमल करते हुए संघ परिवार की जानिब से फ़िर्कावाराना सफ़ बंदी पर रोक लगानी चाहिए ताकि क़ौमी इत्तेहाद के उनके पैग़ाम की हक़ीक़त का सबूत मिल सके।
बयान में कहा गया है कि ये बड़ी अच्छी बात है कि वज़ीर-ए-आज़म की हैसियत से बात करते हुए मोदी ने हिन्दुस्तानी मुसलमानों की सताइश की है, लेकिन उन्हें इंतेहापसंद दाएं बाज़ू पर भी क़ाबू पाना चाहिए जिस ने लो जिहाद के नाम पर कशीदगी फैलाई है। आर एस एस और बी जे पी के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर मुहिम शुरू की जाएगी अगर वज़ीर-ए-आज़म उन ताक़तों पर क़ाबू ना पासकें।
सी पी आई के जनरल सेक्रेटरी सुधाकर रेड्डी एक प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब कररहे थे।