कांग्रेस एमपी और साबिक मरकज़ी वज़ीर मंत्री शशि थरूर का मानना है कि वज़ीर ए आज़म नरेंद्र मोदी की सफेद घोड़े पर सवार एक फैसलाकुन लिडर की शबिया जल्दी ही फीकी पड़ने वाली है। उनका कहना है कि हो सकता है कि मोदी की शबिया ( इमेज़) आवाम के बीच इस वजह से मकबूल हो गई हो कि आवाम फैसले लेने में हिचकिचाहट के सबब यूपीए हुकूमत से ऊब गई हो, लेकिन थरूर को अब लगता है कि मोदी की एक शख्स के हुक्मरानी करने वाले अंदाज की ताकत और हदूद जल्दी ही सामने आ जाएंगी।
थरूर ने अपने रिहायशगाह पर दिए एक इंटरव्यू के दौरान यह कुबूल किया कि कांग्रेस लोकसभा इंतेखाबात में हालांकि कुछ हद तक हार के लिए तैयार थी, लेकिन वह इस हद तक शिकस्त या भाजपा की वास्तव में दंग कर देने वाली जीत के लिए तैयार नहीं थी।
उन्होंने कहा कि मोदी का वुजराओं की गैरहाजिरी में सेक्रेटरीज से अलग से मिलना हमारी जम्हूरी निज़ाम में कैबिनेट की जवाबदेही के असूल पर वास्तव में कुछ सवाल उठाए हैं। हमारे निज़ाम के मुताबिक , आम तौर पर वज़ीर अपने महकमा के लिए जवाबदेह होते हैं। वे न सिर्फ वज़ीर ए आज़म के लिये बल्कि पार्लियामेंट के लिये भी जवाबदेह होते हैं। जब हम वज़ीर से सवाल पूछते हैं तो हम मानते हैं कि जिस शख्स से हमने सवाल किया है कि वह ऐसा शख्स होगा जिसने वास्तव में पालिसी या हिकमत अमली बनाई होंगी।