पीएम मोदी द्वारा एक इंटरव्यू में बालाकोट हवाई हमले से पहले की बतायी गयी स्थिति पर विपक्ष उनका मज़ाक उड़ा रहा है। लोकसभा चुनाव के छठे दौर से पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का एक इंटरव्यू काफ़ी चर्चा का विषय बना हुआ है। नरेंद्र मोदी ने इस इंटरव्यू में बालाकोट हवाई हमले से पहले की स्थिति का उल्लेख किया है।
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने नेश्नल टेक्नालॉजी डे या राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर दिए गए इस इंटरव्यू में, हवाई हमले से पहले बारिश और बादलों को मिशन के लिए फ़ायदेमंद बताया था।
इस इंटरव्यू पर विपक्ष के नेताओं ने नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया। मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी ने नरेंद्र मोदी के बयान को शर्मनाक बताया।
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी नरेंद्र मोदी पर तंज़ किया। वहीं नरेंद्री मोदी के इस इंटरव्यू की संबंधित बाइट को भाजपा ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर पोस्ट किया।
हालांकि नरेंद्र मोदी के ट्वीट का मज़ाक़ उड़ने के बाद यह ट्वीट भाजपा के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से हटा लिया गया। कॉन्ग्रेस के प्रवक्ता सलमान सोज़ ने भी नरेंद्र मोदी को राडार की कार्यप्रणाली की जानकारी न दिए जाने पर हैरानी जतायी।
Sir Sir @PMOIndia aapto ghazab ke Expert hain ,sir request hai CHOWKIDAR remove kardijiye aur Air Chief Marshal & Pradhan ……Kya tonic peeta hain aapke Batwa mein har department Ka FORMULA hai except Jobs,Economy,Industrial Growth,Agrarian problems (keep it up Mitro) https://t.co/wl561Jp1nI
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 11, 2019
नरेंद्र मोदी ने अपने इंटरव्यू में कहाः “मैंने 9 बजे (हवाई हमले की तैयारियों के बारे में) रिव्यू किया। मैंने… फिर 12 बजे रिव्यू किया। हमारे सामने समस्या थी की उस समय मौसम अचानक ख़राब हो गया… बहुत बारिश हुयी… मैं हैरान हुआ अभी तक देश के इतने बड़े पंडित लोग मुझे गालियां देते हैं, उनका दिमाग़ यहां नहीं चलता।
12 बजे… ये मैं पहली बार बोल रहा हूं…एक पल हमारे मन में आया, इस वेदर में हम क्या करें, बादल हैं जा पाएंगे, नहीं जा पाएंगे, उस समय एक्सपर्ट की राय थी कि तारीख़ बदल दें क्या।”
National security is not something to be trifled with. Such an irresponsible statement from Modi is highly damaging. Somebody like this can’t remain India’s PM. https://t.co/wK992b1kuJ
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) May 11, 2019
नरेंद्र मोदी ने कहाः “उस समय मेरे मन में दो विचार आए। एक सीक्रेसी… अभी तक सब सीक्रेट था। सीक्रेसी में कुछ ढील हुई तो हम कुछ कर ही नहीं सकते। दूसरी बात मैंने नहीं मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो इन सब विज्ञान को जानता हूं लेकिन मैंने कहा इतना क्लाउड है, बारिश हो रही है तो एक बेनीफ़िट है।
क्या हम राडार से बच सकते हैं। मैंने कहा ये मेरी सोच है कि बादलों से फ़ायदा भी हो सकता है। सब उलझन में थे क्या करें। फिर अल्टीमेटली मैंने कहा ओके, जाइए। फिर चल पड़े।”