मोदी का विरोध करने पर विमान दुर्घटना में मेरी हत्या की साजिश रची गई- ममता बनर्जी

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना एक तरह से लंकापति रावण से करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि अगर उन्होंने नोटबंदी का कोई और प्रयास किया तो लोग उन पर ‘प्रतिबंध’ लगा देंगे। नोटबंदी के विरोध में यहां भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कार्यालय के बाहर आयोजित धरने के दौरान ममता ने विपक्ष की आवाज दबाने के लिए मोदी पर एक आतंकी अभियान चलाने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी का विरोध करने पर उन्हें विमान दुर्घटना में खत्म करने की साजिश रची गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना रावण से करते हुए उन्होंने मोदी द्वारा नववर्ष की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन का संदर्भ दिया। उन्होंने कहा, “लोग नववर्ष की पूर्व संध्या पर इस उम्मीद से टेलीविजन पर अपनी निगाह जमाए हुए थे कि नकदी निकालने पर तय सीमा खत्म होगी। लेकिन, वह हुआ ही नहीं। इसके बदले उन्होंने भाषण दिया। ताली पीटते रहे, पीटते रहे। यह भाषण देने का तया तरीका है। और फिर उन्होंने दावा किया कि उनकी छाती और कंधे चौड़े हैं।”

ममता ने कहा, “रावण का भी कंधा चौड़ा था। और उसके पास तो 10 सिर भी थे। नोटबंदी में 1,000 रुपये का नोट खत्म कर आप 2,000 रुपये का नोट क्यों लाए।” उन्होंने कहा, “अब भाजपा के लोगों ने कहा है कि कुछ दिनों में ये 2,000 रुपये के नोट भी खत्म कर दिए जाएंगे। लेकिन इस तरह का कोई भी काम करने से पहले लोग मोदी पर प्रतिबंध लगा देंगे।”

बीते साल 30 नवंबर को उन्हें ले जा रहे एक हवाई जहाज के कोलकाता हवाईअड्डे के निकट आसमान में लगभग 40 मिनट तक चक्कर काटने की घटना को लेकर उन्होंने दावा किया कि यह उनकी हत्या का प्रयास था।

मुख्यमंत्री ने कहा, “एक विमान दुर्घटना में मेरी हत्या की साजिश रची गई। बाद में उन्होंने दो पायलटों को निलंबित कर दिया। एयर ट्रैफिक कंट्रोल किसी और पर आरोप लगा रहा है। अन्य लोग किसी अन्य पर आरोप लगा रहे हैं। पुलिस को सही जांच करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं मुहैया कराया जा रहा।”

उन्होंने कहा, “वे खतरनाक हैं। वे कुछ भी और सबकुछ कर सकते हैं।” ममता ने कहा, “देश में एक अप्रत्याशित व निराधार आतंकी अभियान चलाया जा रहा है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग उनके खिलाफ आवाज उठाते हैं उन्हें डराकर चुप करा दिया जाता है। उन्होंने कहा, “जांच एजेंसियां उनके पीछे लगा दी जाती हैं। हर कोई सुपर इमरजेंसी का पीड़ित है।”

50 दिनों में हालात सामान्य करने के मोदी के वादे की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “क्या 50 दिन पूरे नहीं हुए हैं? पैसे निकालने को लेकर जो सीमा तय की गई है, उसे हटाया क्यों नहीं गया?” मोदी के इस दावे पर कि उन्होंने काले धन के खिलाफ एक युद्ध शुरू किया है, ममता ने कहा कि प्रधानमंत्री आम आदमी के वैध धन को काला धन के रूप में प्रचारित कर रहे हैं।