मोदी की जानिब से किए गए वादों की

वज़ीर-ए-आला बिहार जतिन राम मांझी ने अपने तमाम साथियों को हिदायत की है कि वो रियासत को दरकार जरूरतों के मांग‌ की एक फ़हरिस्त तैयार करें ताकि वो (मांझी) इस फ़हरिस्त को वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी के हवाले करें जो उन्होंने इंतिख़ाबात से क़बल वाअदे किए थे उस की तकमील का अब वक़्त आ गया है।

गया में कल एक तक़रीब के दौरान मांझी ने कहा कि मांग‌ की फ़हरिस्त मुकम्मल होने के बाद वो वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात का वक़्त तय‌ करेंगे और मांग‌ की फ़हरिस्त उनके हवाले करदेंगे। अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि वो नरेंद्र मोदी को इन का क्या हुआ हर वाअदा याद दिलाएंगे जिन में रियासत बिहार को ख़ुसूसी दर्जा दिए जाने का वाअदा भी शामिल है।

यहां इस बात का तज़किरा दिलचस्प होगा कि मांझी ने रियासत बिहार को ख़ुसूसी दर्जा दिए जाने की बात मोदी से उस वक़्त ही कह दी थी जब उनके (मांझी) रियासत बिहार के वज़ीर-ए-आला बनने पर मोदी ने उन्हें फ़ोन करके मुबारकबाद दी थी। याद रहे कि साबिक़ वज़ीर-ए-आला नीतीश कुमार को भी मोदी से ये तवक़्क़ुआत वाबस्ता हैं कि मौसूफ़ बिहार को ख़ुसूसी रियासत का दर्जा ज़रूर देंगे लिहाज़ा इस तरह साबिक़ और मौजूदा वज़ीर-ए-आला दोनों की तवक़्क़ुआत यकसाँ हैं।