सदर कांग्रेस सोनिया गांधी के सियासी सेक्रेटरी अहमद पटेल ने आज वाज़िह बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस इस बात पर ज़र्रा बराबर भी फ़िक्रमंद नहीं है कि बी जे पी ने 2014 लोक सभा इंतिख़ाबात केलिए नरेंद्र मोदी को अपने वज़ारत-ए-उज़मा के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया है।
गुजिश्ता रात भड़ौच में अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी को नामज़द करने से कांग्रेस को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। हमें भला उसकी परवाह क्यों होगी। किसी भी सियासी पार्टी को ये हक़ है कि वो वज़ारत-ए-उज़मा के ओहदा के लिए अपने किसी भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान करे।
इस मौके पर उन्हों ने नायब सदर कांग्रेस राहुल गांधी के हालिया दौरा गुजरात का भी हवाला दिया और कहा कि उनके (गांधी) दौरा से से कांग्रेस की रियास्ती यूनिट को एक नई तवानाई हासिल हुई है क्योंकि राहुल गांधी ने पार्टी के तमाम वर्कर्स को मुत्तहिद रहते हुए पार्टी डिसिप्लिन के मुताबिक़ काम करने की हिदायत की है। जिस से पार्टी वर्कर्स में नया जोश-ओ-ख़रोश पैदा हुआ है।
उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि आइन्दा इंतिख़ाबात में कांग्रेस दिल्ली, राजिस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मीज़ोरम में अच्छा मुज़ाहरा करेगी। यहां इस बात का तज़किरा भी ज़रूरी है कि अहमद पटेल ने भड़ौच डिस्ट्रिक्ट यूनिट की आमिला कमेटी के इजलास में शिरकत की थी और पार्टी वर्कर्स को ख़ुसूसी तौर पर मुत्तहिद रहते हुए बी जे पी को मात देने की हिदायत की थी।
उन्होंने कहा कि अगर पार्टी वर्कर्स अपने इख़तिलाफ़ात भूल कर एक साथ काम करने की आदत डालें तो दुनिया की कोई ताक़त बी जे पी की हार को रोक नहीं सकती। याद रहे कि अहमद पटेल यूं तो बहुत कम दौरे करते हैं लेकिन जब जब वो कोई दौरा करते हैं वो इंतिहाई एहमियत का हामिल होता है और सोनिया गांधी के दाएं हाथ समझे जाने वाले अहमद पटेल भी अपने दौरों के मक़ासिद की इतमीनान बख़श तौर पर पूरा करते हैं।