नई दिल्ली: साल 2017 में आने वाले विधानसभा चुनावों में पंजाब में सत्त्ता हासिल करने का सपना देख रही आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। जब से केंद्र सरकार ने कालेधन पर लगाम लगाने के लिए 500 और 1000 के नॉट बंद करने का फैसला सुनाया है। कहा जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यम्नत्री केजरीवाल ने पार्टी के नाम पर विदेशों से चंदे के रूप में जो ब्लैक मनी इक्कठी की है उसे लेकर परेशानी में पड़’ गए हैं और इसे वाइट मनी बनाने के लिए सोच-विचार कर रहे हैं।
बीजेपी के इस फैसले से बौखलाए केजरीवाल मीडिया के सवालों से बचने के लिए कन्नी काट रहे हैं। क्योंकि अक्सर बीजेपी द्वारा लिए गए किसी भी फैसले पर केजरीवाल अपनी प्रतिक्रिया देने से कभी पीछे नहीं रहते।
सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने पंजाब चुनाव के लिए कनाडा, अमेरिका और यूरोप के गुरुद्वारों में खालिस्तान समर्थकों के जरिये से काफी बड़ी संख्या में पैसे जुटाए हैं जोकि हवाले के जरिये लाये जा रहे हैं जिसे पंजाब में बैठे केजरीवाल के कुछ भरोसेमंद लोग मैनेज कर रहे हैं।
केंद्र सरकार द्वारा जारी किये गए फरमान के बाद केजरीवाल एक मीटिंग करने जा रहे हैं जिसमें उनका मकसद एक योजना बनाना है की किस तरीके से ब्लैक मनी को वाइट मनी में बदला जा सके।