मोदी के खिलाफ दर्ज हुए दो केस, 2 साल तक की सजा मुम्किन

वोटिंग के बाद चुनाव निशान दिखाने व प्रेस कांफ्रेंस के मामले में भाजपा के पीएम कैंडीडेट नरेन्द्र मोदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मोदी के खिलाफ दो मामले दर्ज किए गए हैं। एफआईआर आवामी नुमाइंदगी की दफा 126-ए के तहत दर्ज की गई है। इसके तहत मोदी को दो साल तक की सजा हो सकती है।

मोदी ने वोट देने के बाद पोलिंग बूथ के बाहर प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कमल का निशान दिखाया था। मोदी के साथ ही प्रेस कांफ्रेस दिखाने वाले टीवी चैनल्स पर भी केस दर्ज किया गया है। इससे पहले इलेक्शन कमीशन ने मोदी के इस कदम को Ideal Electoral Code की खिलाफवर्जी मानते हुए उनके खिलाफ गुजरात के पुलिस जनरल डायरेक्टर और चीफ सेक्रेटरी को एफआईआर दर्ज करने की हिदायत दी थी । इसके इलावा उन टी वी चैनलों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने की हिदायत दिया था जिन्होंने मोदी की प्रेस कांफ्रेंस का टेलीकास्ट किया।

कमीशन ने कहा है कि मोदी ने बुध के रोज़ सुबह वोट देने के बाद अहमदाबाद में एक आवामी इजलास की और उसका वीडियो कमीशन ने देखा है। मोदी ने उसी लहजे और अंदाज में आवाम से से खिताब और जिस तरह उन्होंने अपनी पार्टी का चुनाव निशान कमल का मुज़ाहिरा किया , बयान दिया और टीवी पर दिखाया गया, उससे पता चलता है कि उनकी यह तकरीर न सिर्फ अहमदाबाद बल्कि पूरे गुजरात और मुल्क में इलेक्शन के नतीजे को मुतास्सिर करने वाला है।

इसलिए कमीशन का मानना हैे कि जिस दिन वोटिंग हो रही है, उस दिन इस तरह की इंतेखाबी जलास करना आवामी नुमाइंदगी कानून 1951 की दफा 126 (1) और 126 (1बी) की सरासर खिलाफवर्जी है। इसलिए, कमीशन मोदी और उन सबके खिलाफ एफआईआर या थाने में शिकायत दर्ज करने की हिदायत देता है जिन्होंने इस इंतेखाबी इजलास से खिताब किया या मुनाकिद करने में किरदार निभाया ।

कमीशन ने कहा, अगर अहमदाबाद में Injunction Act लागू किया गया हो तो ताजीरात ए हिंद की दफा 188 के तहत भी उनके खिलाफ एफआईआर या शिकायत दर्ज हो।

मोदी ने बुध के रोज़ वोट दिया , लेकिन प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी का चुनाव निशान दिखाने के मामले में उन्हें मुखालिफत का सामना करना पड रहा है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कांग्रेस सदर सोनिया गांधी और नायब सदर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि इस इलेक्शन में कांग्रेस इक्तेदार से बाहर हो जाएगी और नई व मजबूत हुकूमत इक्तेदार में आएगी।

उन्होंने कहा, इंतेखाबी अमल और वोटर्स के ख्यालात का तजज़िया करने के बाद मैं कह सकता हूं कि इस बार कोई भी चीज मां-बेटे की हुकुमत को नहीं बचा सकती है। एक मजबूत हुकूमत इक्तेदार में आएगी। गुजरात के सीएम को स्याही लगी अंगुली और पार्टी के चुनाव निशान कमल के साथ सेल्फी लेते देखा गया। इस पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों की तरफ से मुखलिफत की आवाज़ तेज हो गयी हैं।

कांग्रेस तरजुमान मीम अफजल ने कहा कि उनकी पार्टी ने इलेक्शन कमीशन से जाब्ता इख्लाकी (Code of Conduct) की खिलाफवर्जी की शिकायत दर्ज कराई है, जिसके मुताबिक रायदही के दिन पोलिंग स्टेशन के अंदर या इसके आसपास चुनाव निशान का मुज़ाहिरा करने पर रोक है।

आप लीडर आशुतोष ने टि्वटर पर लिखा, मोदी को वोट वाले दिन पार्टी के चुनाव निशान के साथ प्रेस कांफ्रेंस मुनाकिद करने की इजाजत कैसे दी जा सकती है। यह इलेक्शन कमीशन के Guidelines की खिलाफवर्जी है। क्या इलेक्शन कमीशन कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा, भाजपा ने वोटिंग के दिन ऐलानिया खत जारी किया। मोदी ने वोटिंग वाले दिन रोडशो किया और अब पार्टी का निशान दिखाया। क्या इलेक्शन कमीशन कार्रवाई करेगी। गांधीनगर संसदीय सीट पर वोटिंग करने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि वह गुजरात की आवाम को पहले की तरह वक्त न दे पाने के लिए माफी मांगते हैं।