अयोध्या में बाबरी मस्जिद के लिए 54 साल से कानूनी लड़ाई लड़ रहे मुहम्मद हाशिम अंसारी भी बीजेपी के वज़ीर ए आज़म ओहदे के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के मुरीद हैं। उन्होंने कहा, मोदी को वज़ीर ए आज़म बनने के लिए मुसलमानों की ताईद की जरूरत है। उनके मौकूफ में यह बात है कि गुजरात के मुसलमान खुशहाल और अमीर हैं, जबकि कांग्रेस मुसलमानों में मोदी का डर या खौफ पैदा करती है। अयोध्या में बाबरी मस्जिद की शहादत की 21 वीं बरसी पर बाबरी मस्जिद के इस ज़ईफ पैरोकार के तब्सिरे के खास मायने हैं।
92 साला हाशिम ने कहा, मोदी को मुल्क का पीएम बनने के लिए मुसलमानों की ताईद की सख्त जरूरत है। मोदी के पीएम बनने पर नतीज़ा भुगतने की बात कह कर कांग्रेस मुस्लिमों में खौफ पैदा कर रही है। मुसलमानो ने 50 साल से ज्यादा वक्त कांग्रेस की ताईद की, लेकिन बदले में पार्टी ने इस फिर्के को एक के बाद एक दंगों की सौगात मिली।
बातचीत में हाशिम ने उत्तर प्रदेश की सपा हुकूमत के मुस्लिम वुजराओं पर भी निशाना साधा। हाशिम ने कहा कि रियासत के मुस्लिम वज़ीर खामोशी इख्तेयार किये रहते हैं और पार्टी में उन्हें कोई रुतबा हासिल नहीं है। सपा हुकूमत भी हिक्मत अमली के तहत दंगों के जरिये मुसलमानों को दबाने वाली कांग्रेस की राह पर चल रही है। सपा की हुकूमत इक्तेदार में आने के बाद से अब तक रियासत में 100 से ज़्यादा दंगे व फिर्कावाराना वारदात हो चुके हैं।
बरसी पर सख्त सेक्युरिटी के बीच अयोध्या फिर्कावाराना हम आहंगी और सब्र के इम्तेहान में एक बार फिर से खरी उतरी, और 21वीं बरसी खामोशी के साथ गुजर गई।
हिंदू तंज़ीम ने इसे Day of Valor के तौर पर मनाकर मिठाई तक्सीम की और मुसलमानों ने इसे बतौर ब्लैक डे मनाया और गम ज़ाहिर किया । दहशतगर्द धमकी मिलने की वजह से बरसी पर सेक्युरिटी के खास इंतेजाम किए गए थे।