इंतेख़ाबी ज़ाबता अख़लाक़ की बार बार ख़िलाफ़ वरज़ीयों पर शदीद तशवीश ज़ाहिर करते हुए इलेक्शन कमीशन ने मर्कज़ी वज़ीर बेनी प्रसाद वर्मा की सरज़निश की क्योंकि उन्होंने नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ इंतेहाई तौहीन आमेज़ तबसरा किया था। जबकि वो कानपूर में इंतेख़ाबी जलसे से ख़िताब कररहे थे।
वजह बताओ नोटिस के जवाब में वर्मा ने जो सफ़ाई पेश की है इस पर ग़ैर मुतमइन इलेक्शन कमीशन ने वर्मा के बयान की मज़म्मत करते हुए उनकी सरज़निश की। ये दूसरी मर्तबा जबकि इलेक्शन कमीशन ने उन्हें ज़ाबता अख़लाक़ की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए पाया है।
क़ब्लअज़ीं मोदी को आर एस एस का सब से बड़ा गुंडा क़रार देने पर इलेक्शन कमीशन ने वर्मा पर नाराज़गी ज़ाहिर की थी। उनकी सरज़निश करते हुए कमीशन ने इंतेबाह दिया कि अगर कांग्रेस क़ाइद की जानिब से इंतेख़ाबी ज़ाबता अख़लाक़ की दुबारा ख़िलाफ़वरज़ी की जाये तो उन्हें इंतेख़ाबी मुहिम चलाने से रोक दिया जाएगा।
दीगर इक़दामात भी किए जाऐंगे। इलेक्शन कमीशन ने कहा कि नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ वर्मा के बयानात इंतेहाई इहानत अंगेज़ हैं। उन्होंने 20 साल की उम्र में एक संगीन जुर्म का इर्तिकाब करके फ़रार होजाने वाला शख़्स नरेंद्र मोदी को क़रार दिया था। अब इलेक्शन कमीशन किसी तास्सुब के बगै़र इस मामले पर वर्मा को नोटिस जारी करचुका है। लेकिन उनके बयान सफ़ाई से ग़ैर मुतमइन होने की बिना पर उन की मज़म्मत करता है और उन के ग़लत बयानात पर उनकी सरज़श करता है।