नई दिल्ली 24 मार्च: आरएसएस ने बीजेपी की क़ौमी आमिला के हालिया मीटिंग में वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की बाज़ बीजेपी क़ाइदीन की तरफ़ से बेपनाह तारीफ और उन्हें (मोदी को) हिन्दुस्तान के लिए ख़ुदा का तोहफ़ा क़रार दिए जाने पर अपनी ख़ामोशी-ओ-नाराज़गी का इज़हार किया। बजाय उस के आरएसएस ने बीजेपी को मश्वरह दिया कि वो क़ौम परस्ती को अपना मौज़ू बनाए रखे और इस के साथ तरक़्क़ी को भी मरबूत किया जाये। बाख़बर ज़राए ने कहा कि राजिस्थान के नागौर में मुनाक़िदा अपने नुमाइंदों के हालिया मीटिंग के बाद आरएसएस क़ाइदीन ने पिछ्ले रोज़ दीन दयाल शोध संस्थान में बीजेपी के सरकरदा क़ाइदीन से तबादला-ए-ख़्याल किया। ये मीटिंग बीजेपी क़ौमी आमिला मीटिंग की रूदाद से वाक़िफ़ करवाने के लिए तलब किया गया था।
आरएसएस की तरफ़ से सुरेश जोशी, कृष्णा गोपाल और बीजेपी की तरफ़ से इस के सदर अमीत शाह, जनरल सेक्रेटरी (तंज़ीमी उमूर) राम लाल और नायब सदर वनए साहसरा बोध्य ने इस मीटिंग में शिरकत की। ज़राए ने कहा कि मर्कज़ी वज़ीर एम वेंकया नायडू की तरफ़ से मोदी को हिन्दुस्तान के लिए ख़ुदा का तोहफ़ा क़रार दिए जाने पर आरएसएस ने नाख़ुशी-ओ-नाराज़गी का इज़हार किया और हिदायत दि के बीजेपी क़ियादत को चाहीए कि वो किसी फ़र्द-ए-वाहिद की पूजा, ना करे क्युं कि आरएसएस में कोई फ़र्द नहीं बल्कि तंज़ीम ही बरतर-ओ-बालातर है।
वाज़िह रहे कि वेंकया नायडू ने बीजेपी क़ौमी आमिला के दो-रोज़ा मीटिंग के आख़िरी दिन इतवार को सियासी क़रारदाद पेश करते हुए वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की बेपनाह तारीफ की थी और तारीफ़ के पुल बाँधते हुए यहां तक कह दिया था कि नरेंद्र मोदी, हिन्दुस्तान के लिए भगवान का अनमोल तोहफा हैं। वो (मोदी) ग़रीबों के मसीहा हैं। महिज़ उन (मोदी) की बदौलत दुनिया में हर जगह हिन्दुस्तान को पहचाना जाता है और इस का एहतेराम किया जाता है।