मोदी को ‘रैंबो’ बनाने वालों ने ही किया किनारा

नई दिल्‍ली, 29 जून: उत्तराखंड में 15,000 लोगों को एक दिन में बचाने के दावे ने गुजरात के वज़ीर ए आला नरेंद्र मोदी को एक बार फिर हीरो बना दिया था। हालांकि, बाद में बीजेपी ने साफ किया कि यह तशहीर उसकी तरफ से नहीं किया गया।

अब खबर आ रही है कि जिस कंपनी ने मीडिया तक यह बात पहुंचाई, अब वह खुद मोदी से किनारा कर रही है।

दिग्गज अमेरिकी लॉबिंग कंपनी एप्को वर्ल्डवाइड ने इस बात से साफ इनकार किया है कि वह मोदी के लिए काम करती है। कंपनी का कहना है कि उसका करार वाइब्रेंट गुजरात समिट की तशहीर के लिए हुकूमत गुजरात के साथ था और यह 31 मार्च, 2013 को खत्म हो चुका है।

एप्को ने कहा, ‘फिलहाल हम हुकूमत गुजरात के साथ कोई कामकाजी ताल्लुकात नहीं रखते।’ खबरें आई थीं कि मीडिया तक यह खबर एप्को ने पहुंचाई थी कि मोदी ने उत्तराखंड में फंसे 15,000 गुजरातियों को बचाने में ज़ाती तौर पर किरदार निभाए।

लेकिन अब कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘एप्को राहत कोशिशों से जुड़ी किसी मीडिया सरगर्मी में शामिल नहीं है।’ कंपनी ने पहले भी कहा था कि वह वज़ीर ए आला मोदी के लिए काम नहीं करती और न उनके बारे में बात करती है।

एप्को के एक एग्जिक्यूटिव ने शनाख्त जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि कंपनी कई रियासती हुकूमतो के साथ अच्छे रिश्ते रखती है, जिनमें कांग्रेस और बीजेपी , दोनों सरकारें शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘बड़े मुआहिदा (एग्रीमेंट) के लिए हम कई रियासती हुकूमतों के साथ मुज़ाकरात कर रहे हैं।’

———–बशुक्रिया: अमर उजाला