नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 2 सितम्बर को होने वाली हड़ताल से परेशान हैं और योजना बना रहे हैं कि किस तरह इस हड़ताल को जो ट्रेड यूनियन के द्वारा की जा रही है, के असर को कम किया जाए.ट्रेड यूनियन ने चेतावनी दी है कि बैंक, सरकारी कार्यालय और कारखाने सब बंद रहेंगे. उम्मीद की जा रही है कि हड़ताल में रेलवे कर्मचारी भी भाग लेंगे, अगर ऐसा होता है तो सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी. यूनियन चाहती है सरकार 12 सूत्रीय मांग को मान ले जिसमें न्यूनतम वेतन 18 हज़ार करने की बात कही गयी है. इस मामले में ट्रेड यूनियन और वामपंथी संस्थाओं ने कमर कस ली है और हड़ताल की ज़ोर शोर से चर्चा बाज़ार में होनी शुरू हो गयी है.