साबिक मरकज़ी वज़ीर बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि बाबरी मस्जिद केस के बाद कांग्रेस अपनी आवामी हिमायत खो चुकी है। इस बीच दलित बसपा की तरफ और ब्राहमण भाजपा की तरफ चले गए और यूपीए-2 में हुए सौ से लेकर हजार करोड तक के घोटलों ने कांग्रेस की मुसीबत बढ़ाई। पूरे मुल्क में और कांग्रेस की हुकूमत वाले रियासतो में सरकार मुखलिफ लहर थी, जिसका मोदी ने खूब फायदा उठाया।
उन्होंने कहा कि मोदी की संघ में अच्छी ट्रेनिंग हुई है, इसीलिए झूठ को भी सही बताने में वह कामयाब रहे। गौरतलब है कि जबसे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी बर्खास्त कर निर्मल खत्री को केयरटेकर प्रेसिडेंट बनाया गया है, तब से नए रियासत सदर की दौड में बेनी प्रसाद वर्मा का नाम सबसे आगे चल रहा है।
सपा में शामिल होने की अटकलों पर बेनी ने कहा कि मेरी लाश तिरंगे में जलेगी, मैं जीते जी समाजवादी पार्टी में नहीं जाऊंगा। न ही मेरा बेटा राकेश वर्मा सपा में जा रहा है। यह किसी सियासी साजिशों के तहत खबर चलवाई गई है कि राकेश सपा में शामिल होकर कैबिनेट में शामिल होगा। जो इज्जत सोनिया और राहुल ने दी है, वह तीस साल मुलायम के साथ रहने के बाद भी नहीं मिली।