मर्कज़ी वज़ीर देही तरक़ियात जयराम रमेश ने आज चीफ़ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी पर इल्ज़ाम आइद किया कि उन्होंने पुरअज़म टैक्स इस्लाहात के प्रोग्राम को तन-ए-तनहा नाकाम बना दिया हालाँकि ये प्रोग्राम बी जे पी ज़ेर-ए-क़ियादत एन डी ए हुकूमत का था और बिहार बी जे पी के नरेंद्र मोदी के साथी सुशील मोदी इस के अलमबरदार थे।
उन्होंने कहा कि अशीया और ख़िदमात टैक्स के कट्टर हामी आज भी सुशील मोदी हैं, लेकिन इसके कट्टर मुख़ालिफ़ नरेंद्र मोदी भी हैं। कई एतबार से ये टैक्स सुशील मोदी का बड़ी हद तक मरहून-ए-मिन्नत है, लेकिन दूसरा मोदी ऐसा होने नहीं देना चाहता। नरेंद्र मोदी की तन्हा मुख़ालिफ़त की वजह से ये प्रोग्राम नाकाम होगया गया एक मोदी ने प्रोग्राम तशकील दिया और दूसरे मोदी ने उसको नाकाम बना दिया।
जय राम रमेश ने कहा कि सुशील मोदी इन दिनों बिहार के वज़ीरे फाईनानस और रियास्ती वुज़राए फाईनानस की बाइख़तियार कमेटी के सदर नशीन थे और उन्होंने इस्लाहात प्रोग्राम पर अमल आवरी के सिलसिले में इत्तिफ़ाक़ राय पैदा करने में अहम किरदार अदा किया था। अशीया और ख़िदमात टैक्स का मक़सद मुख़्तलिफ़ बिलवासता टैक्सेस जैसे एक्साइज़, सेल्स ऐंड सरविस टैक्स वग़ैरा को यकजा करना है।
उसकी तजवीज़ अटल बिहारी वाजपाई हुकूमत ने पेश की थी और कांग्रेस ने उसकी ताईद की थी। जयराम रमेश ने कहा कि ताहम मआशी पालिसी में इस इन्क़िलाबी तबदीली को हक़ीक़त नहीं बनाया जा सका क्योंकि बी जे पी के विज़ारते उज़मा के उम्मीदवार इस के मुख़ालिफ़ हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अशीया और ख़िदमात टैक्स में इस्लाहात की हर एक दफ़ा की मुख़ालिफ़त की है।