नई दिल्ली, 07 फरवरी: गुजरात के वज़ीर ए आला नरेंद्र मोदी की इज़्ज़त लोगों की निगाहों में चाहे जो भी हो, लेकिन बुध के दिन वह एक बिल्कुल नए शक्ल में नजर आए। वह एक ऐसी शख्सीयत ज़ाहिर हुए जिनके दिलो-दिमाग में खुद के साथसाथ मुल्क के मुस्तकबिल की भी साफ तस्वीर खिंची हुई थी।
मौजूदा हाल में मुल्क के सबसे मशहूर लीडर नरेंद्र मोदी ने जब श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स के मंच पर बोलने के लिए खड़े हुए तो उनके ज़हन में दो ही चीज़ें थी। एक मुल्क का मुस्तकबिल और दूसरा खुद उनका अपना मुस्तकबिल।
दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉर्मस में अपने तकरीर में उन्होंने गुजरात की तरक्की के मॉडल को पेश करते हुए वाजेह कर दिया की ऊंची उड़ान और आज के नौजवान ही हिंदुस्तान की तकदीर बदलेंगे। मोदी की तकरीर ने नौजवानो का मन मोह लिया और उन्होंने खूब तालियां बजाई।
उन्होंने कहा कि सयासी पार्टी भले ही नौजवानो को ‘न्यू ऐज वोटर’ मानते हों, लेकिन वे इस नौजवान तबके को ‘न्यू एज पावर’ मानते हैं। इन्हीं मेहनत से आज दुनिया में हिंदुस्तान की धाक जमी है।
मोदी ने यंग इंडिया के सामने विकास का रोडमैप पेश करते हुए कहा कि उनकी सफलता का मंत्र है पीटू-जीटू। यानी प्रो-पीपुल एंड गुड गवर्नेस। मोदी के गुजरात और गुजरातियों का जमकर गुणगान किया। पुरएतेमाद से लबरेज 62 साला मोदी ने पानी से आधे भरे गिलास को उठाकर कहा कि कुछ लोग इसे आधा भरा या आधा खाली कहेंगे, लेकिन वे इस गिलास को भरा कहेंगे, जो आधा पानी और आधा हवा से भरा है।
एक घंटे से ज्यादा की तकरीर में मोदी ने यूपीए हुकूमत और कांग्रेस समेत मुखालिफीन पर कोई तंकीद नहीं की।