गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मुसलमानों को रमजान की बधाई दी। इसके साथ ही राजनीति का बाजार भी गर्म हो गया। उनकी बधाई को आड़े हाथ लेते हुए कांग्रेस ने कहा कि वह वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं। 2002 के गुजरात दंगों के दाग से जूझ रहे नरेंद्र मोदी हाल ही में भाजपा की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं। रमजान पर दिए गए उनके संदेश को 2014 के लोगसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। मोदी ने ट्विटर पर दिए एक ट्वीट में कहा कि वह कामना करते हैं कि रमजान का पवित्र महीना खुशी, शांति और संपन्नता लेकर आए।
मोदी के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोधवाडिया ने बगैर किसी पार्टी या व्यक्ति का नाम लेते हुए कहा कि वह वोट पाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। कभी वह राम मंदिर मुद्दा उठाते हैं तो कभी उसे रसातल में भेज देते हैं। कभी वह कहते हैं कि जिन्ना सेकुलर थे तो कभी वह सच्चर कमेटी की रिपोर्ट जलाते हैं और रमजान की बधाई देते हैं। लेकिन ये जनता है जो सब जानती है।
वहीं, सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने बीजेपी के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को यूपी से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। सपा सुप्रीमो ने मोदी को ललकारते हुए कहा कि अगर मोदी में हिम्मत है तो वो यूपी से चुनाव लड़कर दिखाएं। मुलायम का कहना था कि यह गुजरात नहीं यूपी है। उन्होंने कहा, मोदी एक बार यूपी से चुनाव लड़कर देखें तो उनकी जीत का नशा दूर हो जाएगा। यूपी की जनता उन्हें सबक सिखा देगी। मुलायम ने कहा कि यूपी का चुनावी मिजाज अलग होता है। यहां मोदी का गुजरात मॉडल काम नहीं करता। मुलायम बुधवार को रामपुर में कैबिनेट मंत्री आजम खान की मां के निधन पर शोक जताने गए थे।