नरेंद्र मोदी पर जिन्होंने भुज से वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह पर तन्क़ीद की थी, बी जे पी के सीनियर क़ाइद एल के अडवानी ने आज कहा कि यौम आज़ादी जैसे मुबारक मौके पर क़ाइदीन को एक दूसरे पर तन्क़ीद नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैंने आज वज़ीर-ए-आज़म की तक़रीर सुनी। आज यौमे आज़ादी की तक़रीब है। किसी पर तन्क़ीद किए बगै़र हम सब को ये एहसास होना चाहिए कि मुस्तक़बिल के लिए हिंदुस्तान के पास लामहदूद सलाहियत मौजूद है। अडवानी अपनी क़ियामगाह पर क़ौमी पर्चम लहराने के बाद बातचीत कररहे थे।
चंद लम्हा पहले चीफ़ मिनिस्टर गुजरात ने भुज में यौमे आज़ादी तक़रीब से ख़िताब करते हुए वज़ीर-ए-आज़म पर तन्क़ीद की थी। बी जे पी पार्लिमानी पार्टी के सदर नशीन अडवानी ने मुस्तक़बिल के बारे में रजाई रवैय्या इख़तियार किया और कहा कि मुस्तक़बिल के लिए हिंदुस्तान लामहदूद सलाहियत रखता है।
गुजिश्ता 10 साल के दौरान बहैसियत वज़ीर-ए-आज़म जैसा कि मनमोहन सिंह कह चुके हैं हम 2014 में भी बेहतर कारकर्दगी का मुज़ाहरे करेंगे। उन्होंने कई कारनामों का तज़किरा किया जो गुजिश्ता 10 साल के दौरान अंजाम दिए गए साथ ही साथ उन्होंने कई कोताहियों का भी तज़किरा किया।
हमें अब इस बात की फ़िक्र होनी चाहिए कि 2014 से शुरू होने वाली दहाई के दौरान उसको हिंदुस्तानी तारीख़ की एक बेमिसाल दहाई बनाईं। हमें मुम्किना हद तक बेहतरीन कारकर्दगी का मुज़ाहरे करना चाहिए।
काले धन के बारे में ख़िताब का तज़किरा करते हुए जिसका उन्होंने हाल ही में मुताला किया है। अडवानी ने कहा कि ख़िताब का मर्कज़ी ख़्याल ये था कि सरमाया दारियत बेहतर है। अगर इक़दार और अख़लाकियात को बालाए ताक़ ना रखा जाये और अवाम बदउनवानियों में मुलव्वस ना हों ऐसी सूरत में सरमाया दाराना निज़ाम बदनाम होसकता है।
उन्होंने पुरज़ोर अंदाज़ में कहा कि हमें ऐसा काम करना चाहिए कि कोई भी हम पर उंगली न उठा सके। अडवानी ने कहा कि मुल्क को चाहिए कि एकेस्वीं सदी में दाख़िला की तैयारी करे। ये हिंदुस्तान की सदी होगी। दुनिया इस बात को तस्लीम करचुकी है कि हिंदुस्तानी क़ौम का कोई बराबर नहीं है।