मोदी पर गिलानी की तन्क़ीद

सख़्त गीर हुर्रियत कान्फ्रेंस के सदर नशीन सय्यद अली शाह गिलानी ने कहा कि बी जे पी के विज़ारते उज़मा के उम्मीदवार की हैसियत से नरेंद्र मोदी की नामज़दगी जम्हूरियत और मुल्क के सैकूलरिज़‌म के दामन पर एक दाग़ हैं।

2002 में गुजरात में जो कुछ हो चुका है इस के अहकाम मोदी जारी किए थे और हिदायात दी थीं। सय्यद अली शाह गिलानी जम्मू-कश्मीर के ज़िला कुलगाम में एक जल्सा-ए-आम से ख़िताब कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदी की बीमार ज़हन शख़्सियत जम्मू-कश्मीर में भी फ़िर्कापरस्ती की आग भड़काना चाहती हैं।

इनका दौरा रियासत के अमन के लिए ख़तरा है। दिल्ली की एक अदालत के हुक्म की जिस ने मुत्तहदा जिहाद काउंसल के सदर सय्यद सलाहुद्दीन को इश्तिहारी मुजरिम क़रार दिया है ,मज़म्मत करते हुए सय्यद अली शाह गिलानी ने कहा कि वो दहशतगर्द नहीं हैं बल्कि इस मक़सद के लिए जद्द-ओ-जहद कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सय्यद सलाहुद्दीन जैसे अफ़राद दहशतगर्दी नहीं बल्कि मुजाहिद आज़ाद हैं।