मोदी को पीएम बनने से रोकने के लिए सियासी चाल तो चली ही जा रही हैं वहीं दहशतगर्दो और माफियाओं ने भी मोदी की सुपारी ले ली है। भले ही यूपी के डॉन कहे जाने वाले माफिया मुख्तार अंसारी ने काशी का मैदान छोड़ दिया हो, लेकिन खबर है कि आईएसआई के इशारे पर माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम भाजपा के पीएम कैंडीडेट नरेंद्र मोदी पर खुदकुश हमला करा सकता है। इसे लेकर सेक्युरिटी एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
मोदी की सेक्युऱिटी को लेकर पुलिस अफसरों ने जो मुहिम बनाए है, उसमें इब्राहिम ही नहीं छोटा शकील के साथ-साथ हूजी और सिमी जैसे दशतदर्ग तंज़ीमो संसे भी खतरा बताया गया है।
यह भी पता चला है कि आजमगढ़ से फरार चार दहशतगर्दों के तार दाउद से जुड़े हैं। गुजरात के सीएम और वाराणसी लोकसभा हल्के से भाजपा उम्म्मीदवार नरेंद्र मोदी 8 मई को वाराणसी में होंगे। यहां वह शहर और देहात के इलाको में इजलास करेंगे।
चूंकि वाराणसी में बम ब्लास्ट के कई वाकियात हो चुके हैं और नरेंद्र मोदी की पटना में हुई आवामी जलास के दौरान भी बम ब्लास्ट हो चुका है, ऐसे में सेक्युरिटी एजेंसियां वाराणसी की रैली को लेकर बेहद अलर्ट हैं।
मोदी की सेक्युरिटी को लेकर जो प्रोग्राम पुलिस अफसरों की तरफ से जारी किया गया है उसमें कहा गया है कि मोदी को हूजी, सिमी जैसे दहशगर्द तंज़ीम के इलावा दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील से भी खतरा है।
सेक्युरिटी एजेंसियों की तरफ से खुदकुश दस्तों के जरिये हमला कराने के भी खदशा जताया गया है। बता दें कि नेपाल और पूर्वांचल में दाऊद का मजबूत नेटवर्क माना जाता है।
पुलिस ज़राए की मानें तो नेपाल में जाली नोटों के सप्लायर यूनुस, सलीम अंसारी, जनतांत्रिक तराई मुक्त मोर्चा के भगोड़े, आजमगढ़ के अबू सलेम (जेल में), मऊ के साकिन और मुंबई जेल से फरार आतंकी अफजल उस्मानी से लेकर कई ऐसे नाम हैं जिनके तार किसी न किसी तौर पर दाऊद से जुड़े हैं।
इसके अलावा वाराणसी समेत यूपी की कई जेलों में दाऊद के गुर्गे बंद हैं जिनकी पहचान पूर्वांचल में बाहुबलियों के तौर पर है। मुंबई के छोटा शकील का आजमगढ़, मऊ, मिर्जापुर जिलों में अच्छा खासा नेटवर्क है। इन सब पहलुओं पर नजर रखते हुए सेक्युरिटी एजेंसियां चौकस हो गई हैं।
पूर्वांचल में दाऊद के लिंक तलाशने में जुटीं सेक्युरिटी एजेंसियां आजमगढ़ के चार फरार दहशतगर्दो के तार भी जुड़े हैं दाउद से मोदी की सेक्युरिटी का पुख्ता इंतजाम किया गया है।
वाराणसी के एसएसपी जोगेन्द्र कुमार के मुताबिक, सेक्युरिटी में एनएसजी, गुजरात पुलिस, पीएसी, सीओ, एसओ समेत पुलिस फोर्स लगाई जाएगी। जहां तक खतरे का सवाल है तो अलर्ट में जैसा जिक्र आता है उसी के मुताबिक इंतजाम किया जाता है।