गुजरात के वज़ीर ए आला नरेन्द्र मोदी पर दहशतगर्द तंज़ीम राकेट लॉन्चर के जरिए हमला कर सकते हैं. इसके इलावा उनके काफिले पर धमक्का खेज से भरे गाड़ी की मदद से भी हमला होने के इम्कान जताए जा रहे है| खुफिया ब्यूरो की इस इत्तेला के बाद से ही न सिर्फ गुजरात पुलिस बल्कि नरेन्द्र मोदी की सेक्युरिटी में तैनात रहने वाले नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के कमांडों भी खुसूसी तौर पर अलर्ट हो गए हैं |
खासतौर पर नरेन्द्र मोदी की गुजरात के बाहर मुख्तलिफ रियासतों में इन दिनों हो रही इंतेखाबी रैली व प्रोग्रामों में शिरकत के दौरान ये हमला होने के इम्कान जताए गये है | बिहार की दारुल हुकूमत पटना में हुंकार रैली में दहशतगर्द तंज़ीम इंडियन मुजाहिदीन की ओर से किए गए हमले के बाद आए आईबी के इस इनपुट की वजह से ही पंजाब के मोगा में आइंदा महीने 21 दिसंबर को मोदी की रैली की सेक्युरिटी के लिए स्पेशल प्रोटेक्शन यूनिट की सेक्युरिटी निज़ाम फराहम की गयी है | इसके इलावा करीब साढ़े सात हजार सेक्युरिटी जवानों को मोदी की हिफाज़त के लिए तैनात किया जा रहा है |
गुजरात पुलिस के आफीसर इस मामले में जहां बोलने से बच रहे हैं वहीं पिछले महीने उत्तरप्रदेश के कानपुर में हुई नरेन्द्र मोदी की रैली व काफिले पर रॉकेट लॉन्चर या इम्पु्रवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से हमले का आईबी इनपुट होने की बात उत्तरप्रदेश पुलिस के कानपुर नगर के सीनियर सुप्रीटेन्डेन्ट ऑफ पुलिस यशस्वी यादव भी कह चुके हैं |
यही वजह है कि मोदी की सेक्युरिटी को लेकर गुजरात पुलिस भी और ज्यादा चौकन्नी हो गई है | वो मोदी के पहुंचने से पहले मुकाम व उस इलाके की सेक्युरिटी निज़ाम के मुताल्लिक रियासत की पुलिस के साथ मिलकर जायज़ा करती है