` मोदी महाकुंभ में आने से पहले गुजरात क़त्ल-ए-आम के लिए माफ़ी मांगे’

नई दिल्ली 4 फरवरी-गुजरात के वज़ीर-ए-आला नरेंद्र मोदी के इलहाबाद महाकुंभ में जाने की ख़बरों के दरमियान उनकी वहां मुख़ालिफ़त शुरू हो गई है. महाकुंभ में मोदी को लेकर संतों के दो गिरोह बन गए हैं. एक ग्रुप जहां उन का बेकरारी से इंतिज़ार कर रहा है, वहीं दूसरा ग्रुप उन की मुख़ालिफ़त पर उतर आया है।

मोदी की मुख़ालिफ़त कर रहे संत समाज का कहना है कि महाकुंभ मज़हब के लिए है ना कि सियासत के लिए. मज़हब और सियासत को एक – दूसरे से अलग रखना चाहीए. संत समाज के रुकन स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि कुंभ का राजनीतकरन नहीं किया जाना चाहीए. ये लोगों के अक़ीदे से जुड़ा हुआ है. उन्हों ने तो मोदी के हामी संतों को नक़ली संत तक क़रार दिया।

स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि मोदी को महाकुंभ में आने से पहले गुजरात क़तल-ए-आम के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए. वो जब तक उस की सज़ा नहीं काट लेते, उस वक़्त तक उन का कोई ख़ैर मक़दम नहीं है।

गौरतलब है कि इलहाबाद महाकुंभ में 7 फरवरी को संत महासम्मेलन के साथ – साथ विश्व हिंदू परिषद के मर्कज़ी रहनुमा वफ़द की मीटिंग भी होनी है. इस में संत समाज की जानिब से पीएम ओहदे के लिए मोदी का नाम तै करने की ख़बरें हैं. बी जे पी सदर राज नाथ सिंह भी 6 फरवरी को महाकुंभ में जा रहे हैं।(एजेंसी)