मध्य प्रदेश एसेंबली में क़ाइद अपोज़ीशन अजय सिंह ने कहा कि आइन्दा एसेंबली इंतिख़ाबात में उनकी पार्टी को वाज़िह अक्सरियत के साथ कामयाबी हासिल होगी।
अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे कई सियासी पहलू हैं जो वज़ीर-ए-आला शिव राज सिंह के ख़िलाफ़ हैं और इन ही पहलोओं को मद्द-ए-नज़र रखते हुए ये बात यक़ीनी तौर पर कही जा सकती है कि बी जे पी अपनी शिकस्त फ़ाश से अब ज़्यादा दूर नहीं है।
अपनी बात जारी रखते हुए अजय सिंह ने कहा कि ख़ुद चौहान नविश्ता दीवार पढ़ रहे हैं और उनकी बेचैनी और ग़ैर यक़ीनी का अंदाज़ा उनकी बॉडी लेंग्वेज से लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बी जे पी के वज़ारत-ए-उज़मा के ओहदा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को भी शदीद तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए उन्हें मौका परस्त क़रार दिया और कहा कि अपना उल्लु सीधा करने और सियासी मुफ़ाद हासिल करने केलिए वो मुल्क के नामवर क़ाइदीन के नामों का इस्तिमाल कररहे हैं।
गुजरात में अपने जलसों के दौरान मोदी सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम का विर्द करते हुए नज़र आते हैं। कुछ दीगर जलसों में उन्हें स्वामी वीवीका नंद का तज़किरा करते हुए लोगों ने सुना जबकि अब उन्होंने बाबाए क़ौम महात्मा गांधी की सताइश करने में तमाम साबिक़ा रेकॉर्ड्स तोड़ दिए जबकि बापू का ताल्लुक़ भी रियासत गुजरात से ही था।
सरकारी तजज़िया निगारों को इस बात पर ताज्जुब है कि मोदी आख़िर गांधी जी का तज़किरा बार बार क्योंकर कररहे हैं जबकि दुनिया जानती है कि मोदी फ़िर्कापरस्त हैं और आर एस एस के लाडले भी रह चुके हैं। महात्मा गांधी के क़त्ल के पसेपुश्त भी आर एस एस ही मुलव्वस थी। महात्मा गांधी का क़ातिल नत्थू राम गोडसे आर एस एस नज़रियात का हामिल था।