नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद अब बीजेपी सरकार में आपसी संग्राम शुरू हो गई है. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए बुधवार को नई दिल्ली में कहा लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार नहीं चाहते हैं कि सदन चले. ऐसे में संसद को अनिश्चितकाल के लिए टाला तो नहीं जा सकता. उनहोंने यह भी कहा कि इन लोगों को सदन सही ढंग चलाना नहीं आता.
नेशनल दस्तक के अनुसार, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित किए जाने के तत्काल बाद आडवाणी यह कहा कि न तो स्पीकर और न ही संसदीय कार्य मंत्री सदन को चला पाने में सक्षम हैं. बता दें कि आडवाणी सदन में विपक्ष के लगातार हंगामे एवं विरोध पर तथा विपक्ष के कई सदस्यों के नारेबाजी करते हुए तथा सत्ता पक्ष की सीटों के सामने आ जाने पर संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार से अपनी नाखुशी व्यक्त किया.
उनहोंने कहा कि मैं स्पीकर से कहने जा रहा हूं कि वह सदन नहीं चला पा रही हैं. इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने उन्हें शांत किया.
अनंत कुमार मीडिया गैलरी की ओर इशारा कर यह बताने का प्रयास कर रहे थे कि उनकी टिप्पणी को रिपोर्ट किया जा सकता है. सदन के स्थगित होने के बाद आडवाणी ने लोकसभा के एक अधिकारी से पूछा कि सदन कितनी देर के लिए स्थगित की गई है. उसने बताया कि दो बजे तक के लिए, तब आडवाणी ने कहा, अनिश्चितकाल के लिए क्यों नहीं.
गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद बैंकों-एटीएम के बाहर अभी भी लंबी कतारों के बीच आम लोगों की कठिनाई कम नहीं हुई है. ऐसे में सदन में विपक्षी दल आम लोगों की परेशानी देख कर लगातार हंगामा कर रहे हैं. और सरकार अपने कदम पीछे करने को तैयार ही नहीं है.