कानाकोना। अपने देश से भगाई गई और दुनिया में दरबदर भटक रही विवादित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने शनिवार को कहा कि भारत उनका घर है और उनके पास अपना बाकी जीवन निर्वासन में बिताने के सिवा कोई विकल्प नहीं है।
तस्लीमा ने यहां ‘इंडिया आयडियाज कॉन्क्लेव 2016’ में अपने संबोधन में कहा कि मैं 1994 से निर्वासन में रह रही हूं। मैं जानती हूं कि अपना बाकी जीवन निर्वासन में बिताने के सिवा मेरे पास कोई विकल्प नहीं है। मैं अब कहती हूं कि भारत मेरा देश है, भारत मेरा घर है। कॉन्क्लेव का आयोजन इंडिया फाउंडेशन ने किया था।
विवादित लेखिका ने एक बार फिर दुनिया को बरगलाने की कोशिश करते हुए कहा कि सच्चाई को कहने का साहस करने पर कट्टरपंथियों और उनके राजनीतिक साथियों के हाथों हमें और कितना झेलना पड़ेगा? भारत में जगह पाने के लिए खूब गिड़गिराई, विवादित लेखिका ने कहा कि इतना कुछ हो जाने के बाद भी मैं अब भी विश्वास करती हूं कि इस महाद्वीप का वाकई सबसे सच्चा धर्मनिरपेक्ष हिस्सा भारत सुरक्षित आश्रय, बस आश्रय है।