मोदी से जगन की मुलाक़ात पर चंद्र बाबू बौखलाहट का शिकार

वाई एस आर कांग्रेस की रुक्न असेंबली मिसिज़ रोजा ने कहा कि जगन मोहन रेड्डी की वज़ीरे आज़म से मुलाक़ात के बाद तेलुगु देशम की ब्रहमी इस बात का सबूत है कि तेलुगु देशम को मर्कज़ी हुकूमत पर भरोसा नहीं है।

मीडिया से बातचीत करते हुए उन्हों ने कहा कि सदर वाई एस आर कांग्रेस जगन मोहन रेड्डी ने दिल्ली पहुंच कर अरकाने पार्लीयामेंट के वफ़्द के हमराह वज़ीरे आज़म मोदी, वज़ीरे फ़ाइनेन्स अरूण जेटली और दीगर वुज़रा से मुलाक़ात करते हुए तक़सीम रियासत बिल में आंध्र प्रदेश से किए गए वादों को पूरा करने, पोलावरम प्रोजेक्ट को फंड्स जारी करने और विशाखापट्नम को रेलवे ज़ोन बनाने की नुमाइंदगी की है, लेकिन हुक्मराँ जमात की जानिब से ख़ैर मक़दम करने की बजाय इस मुलाक़ात को तन्क़ीद का निशाना बनाया जा रहा है।

उन्हों ने कहा कि पट्टी सीमा प्रोजेक्ट पोलावरम प्रोजेक्ट के मुफ़ाद के लिए नुक़्सानदेह है, ये प्रोजेक्ट राइलसीमा के लिए नहीं, बल्कि चीफ़ मिनिस्टर एन चंद्र बाबू नायडू और उन के फ़र्ज़ंद लोकेश के ज़ाती और तिजारती मक़ासिद के लिए तामीर किया जा रहा है।