पार्लियामेंट के सरमाई इजलास से क़ब्ल काला धन मसले पर तन्क़ीद में इज़ाफ़ा करते हुए कांग्रेस ने आज एन डी ए हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो गै़रक़ानूनी दौलत जो बैरून-ए-मुल्क जमा है, वतन वापिस लाने के अपने तैक़ून की तकमील में क़ासिर रही है। कांग्रेस ने हुकूमत के हालिया फ़ैसले पर भी एतराज़ किया जिस के तहत सेविंग सर्टीफ़िकेटस स्कीम के दुबारा आग़ाज़ का फ़ैसला किया गया है।
जनरल सैक्रेटरी कुल हिंद कांग्रेस अजय माक़न ने कहा कि हुकूमत मुख़्तलिफ़ वादे करते हुए बरसर-ए-इक्तेदार आई थी। काले धन को वतन वापिस लाने का भी तैक़ून दिया गया था लेकिन इंतेहाई अफ़सोसनाक बात है कि हुकूमत जिस ने काले धन के बारे में बहुत कुछ कहा था, अब ख़ुद काले धन को फ़रोग़ दे रही है।
मुल्क में बचत को फ़रोग़ देने के मक़सद से हुकूमत ने किसान विकास पत्र दुबारा मुतआरिफ़ करवाने का फ़ैसला किया है। इस का मक़सद ग़रीबों को बाएतेमाद सरमायाकारी का मुतबादिल रास्ता था ताकि उन्हें कोंज़ी जैसे अस्क़ामस से बचाया जा सके लेकिन नई हुकूमत काले धन को फ़रोग़ देने के लिए इस स्कीम को इस्तेमाल कररही है।
इमकान है कि इस सर्टीफिकट के ज़रिए गै़रक़ानूनी रक़ूमात की मुंतक़ली और दहशतगर्दी को मालिया की फ़राहमी का आग़ाज़ होजाएगा। उन्हें अंदेशों के तहत इस स्कीम से दसतबरदारी इख़तियार की गई थी कि इस से काले धन को फ़रोग़ हासिल होगा।