हैदराबाद 27 अगस्त: वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की ज़ेर क़ियादत मर्कज़ी हुकूमत के ख़िलाफ़ एहतेजाज और नाराज़गी का इज़हार करने के लिए क़ौमी सतह की मज़दूर तन्ज़ीमों ने 2 सितंबर को मुल्क गीर सतह पर आम हड़ताल का फ़ैसला किया है।
इस आम हड़ताल को कामयाब बनाने की तेलंगाना राष़्ट्रा कारमीका समखया रियासती कमेटी ने तमाम मज़दूर पेशा तन्ज़ीमों और तमाम शोबा-ए-हियात से ताल्लुक़ रखने वालों से अपील की।
एम वृकम कुमार सदर और जी कृष्णा जनरल सेक्रेटरी तेलंगाना राष़्ट्रा कारमीका समखया रियासती कमेटी ने बताया कि नरेंद्र मोदी को वज़ारत-ए-उज़मा का ओहदा सँभाले 14 माह मुकम्मिल होने जा रहे हैं लेकिन उन्हें मुल्क के अवाम या मज़दूर पेशा तबके के मसाइल की यकसूई से कोई दिलचस्पी नहीं है। बैरूनी सरमायादारों और मुल्क और बैरून-ए-मुमालिक के इदारों से मुल्क में सनअतों का क़ियाम अमल में लाने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
बैरूनी दौरे ही उनकी अव्वलीन तर्जीह हैं, इन क़ाइदीन ने मुस्लिमा हैसियत रखने वाले तमाम ज़मरों के सनअती इदारों में अक़ल्ल तरीन उजरत 15 हज़ार रुपये, ई एस आई, प्रावीडेंट फ़ंड, वज़ीफे की सहूलत फ़राहम करने के अलावा निज़ाम शूगर फैक्ट्रीयों को हुकूमत की तरफ से हासिल कर लेने, तेलंगाना में बंद कर दी गई आज़म जाहि मिल्स्, रामा गनडम फ़र्टिलाइज़र कंपनी, खम्मम में ए पी रयानस, मेदक की ए पी स्कूटरस और् क़ाज़ीपेट में कोच फ़ैक्ट्री का क़ियाम अमल में लाने का हुकूमत से मुतालिबा किया।