सी पी आई ( एम ) के क़ौमी जनरल सेक्रेटरी प्रकाश कर्त ने कहा कि नरेंद्र मोदी हुकूमत इफ़रात-ए-ज़र पर क़ाबू पाने में नाकाम होगए है और इस हुकूमत के हालिया चंद फ़ैसलों से अवाम पर बोझ में इज़ाफ़ा हुआ है।
प्रकाश करात ने यहां अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि मर्कज़ी हुकूमत , रेलवे किरायों में इज़ाफ़ा के ज़रीये आम आदमी पर बोझ में पहले ही इज़ाफ़ा करचुकी है और हमें ये भी अंदेशा हैके अब डीज़ल और पकवान गैस ( एलपी जी ) की क़ीमतों में भी इज़ाफ़ा किया जाएगा।
हुकूमत ज़रूरी अशीया की क़ीमतों और इफ़रात-ए-ज़र पर क़ाबू पाने में नाकाम होगई है। उन्होंने तजवीज़ पेश की के पैट्रोलीयम अशीया पर टैक्स और डयूटीज़ में कमी अवाम पर महंगाई के बोझ को कम करसकती थी।
प्रकाश ने इस अंदेशे का इज़हार भी किया कि एन डी ए हुकूमत क़ौमी देही ज़मानत रोज़गार क़ानून-ओ-फ़ंडज़ में तख़फ़ीफ़ करसकती है। ये इस्कीम साबिक़ यू पी ए हुकूमत की फ्लेगशिप इस्कीमात में शामिल थी।
सी पी आई ( एम ) के कारकुनों को क़त्ल करने और उनकी औरतों की इस्मत रेज़ि करने से मुताल्लिक़ तृणमूल कांग्रेस के लीडर तपस पाल की हालिया धमकी का हवाला देते हुए प्रकाश ने इस बात पर अफ़सोस का इज़हार किया कि मग़रिबी बंगाल पुलिस तशद्दुद भड़काने और इस में मल्हूज़ होने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने में नाकाम होगई है।
प्रकाश ने कहा कि मग़रिबी बंगाल में बाएं बाज़ू जमातों के कारकुन और हामी इन दोनों तृणमूल कांग्रेस के हमले की ज़द में हैं। उन्होंने मग़रिबी बंगाल हुकूमत से मुतालिबा किया कि तपस पाल के ख़िलाफ़ मुक़द्दमा दर्ज किया जाये।
प्रकाश ने इस बात पर गहिरी तशवीश का इज़हार किया कि ममता बनर्जी ने तपस पाल की तरफ से माज़रत ख़्वाही के इज़हार के बाद एन (पाल) के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि सी पी आई ( एम ) इस मसले को पार्लियामेंट में उठाएगी ।