लंदन
इंसानी हुक़ूक़ ग्रुप एमएनसी इंटरनेशनल ने आज नरेंद्र मोदी ज़ेर-ए-क़ियादत हुकूमत पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान की नई हुकूमत के दौर-ए-इक्तदार में फ़िर्कावाराना तशद्दुद में इज़ाफ़ा देखा जा रहा है और इसका हुसूल अराज़ी आर्डीनैंस हज़ारों हिन्दुस्तानियों को जबरी तख़लिया पर मजबूर करने का ख़तरा है।
अपनी सालाना रिपोर्ट 2015 में जो आज जारी की गई, एमएनसी ने इंतेख़ाबी तशद्दुद को उजागर करते हुए कहा कि 2014 के आम इंतेख़ाबात में फ़िर्कावाराना झड़पें और कॉरपोरेट प्रोजेक्ट पर मुशावरत से क़ासिर रहना कलीदी फ़िक्रमंदी हैं। गुज़िशता मई में आम इंतेख़ाबात के दौरान बी जे पी ज़ेर-ए-क़ियादत हुकूमत शानदार कामयाबी हासिल करते हुए बरसरे इक़्तेदार आई है और नरेंद्र मोदी वज़ीर-ए-आज़म बनाए गए जिन्होंने क़ौम से कई वादे किए थे।
एमएनसी इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ताहम हुकूमत ने मुशावरत की ज़रूरत में तख़फ़ीफ़ करदी है