मोदी हुकूमत में फ़िर्कावाराना सफ़ बंदी के अंदेशों की तौसीक़

हुकूमत के इबतिदाई इशारों से ख़दशात में इज़ाफ़ा, सी पी आई एम क़ाइद सीताराम येचुरी का बयान

सी पी आई (एम) ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी हुकूमत के इक़तेदार पर फ़ाइज़ होने के बाद मौसूल होने वाले इब्तेदाई इशारों से इन अंदेशों की तौसीक़ होचुकी है कि फ़िर्कावाराना सफ़ बंदी का अमल मज़ीद तेज़ रफ़्तार होजाएगा और फ़राख़दल मआशी पालिसीयों पर खुले दिल से अमल आवरी की जाएगी, जिस के नतीजे में अवाम पर बोझ में इज़ाफ़ा होगा।

सी पी आई (एम) के सीनियर क़ाइद सीताराम येचुरी ने कहा कि इस हुकूमत के इब्तेदाई इशारे ऐसा मालूम होता है कि सिर्फ़ ये ज़ाहिर करने के लिए दिए गए हैं कि अवाम के ज़हनों में जो अंदेशे पहले से मौजूद हैं, उनकी तौसीक़ होजाए। इंतेख़ाबी मुहिम के दौरान फ़िर्कावाराना सफ़ बंदी का अमल शुरू किया गया था।

दूसरी तरफ़ अवाम पर मज़ीद फ़राख़दल मआशी इस्लाहात शुरू करते हुए बोझ में इज़ाफ़ा करने की तैयारी होगई है। दस्तूर की दफ़ा 370 के बारे में वज़ीर-ए‍आज़म के दफ़्तर के वज़ीर-ए-ममलकत जितिंद्र सिंह के हालिया बयानात का हवाला देते हुए और नए वुज़रा नजमा हेपतुल्ला और ताइर चंद गिहलोने अक़ल्लीयतों के बारे में जो बयानात दिए हैं, इनका हवाला देते हुए सीताराम यचोरी ने कहा कि हिन्दूतवा का बुनियादी एजंडा ऐसे अंदाज़ में रद्द-ए-अमल हासिल करना है जो हुकूमत की पालिसी के माम‌लात के बारे में हो।

सी पी आई (एम) के तर्जुमान पीपल्ज़ डेमोक्रेसी में शाय शूदा ईदारिया में जो आइन्दा शुमारा में मौजूद होगा, उन्होंने कहा कि दस्तूर की दफ़ा 370 की तंसीख़ इन इंतेख़ाबात में आर एस एस और बी जे पी के हक़ीक़ी एजंडे का एक हिस्सा है। उन्होंने दावा किया है कि वो इस दिफ़ा को मंसूख़ नहीं करसकते।

वाजपाई हुकूमत के दौरान उन्होंने क़तई अक्सरीयत हासिल ना होने की वजह से ये दिफ़ा मंसूख़ नहीं की थी। बी जे पी के इंतेख़ाबी मंशूर में ये भी कहा गया है कि पार्टी इस दिफ़ा की तंसीख़ की पाबंद है। यचोरी ने कहा कि ये इंतेहाई संगीन फ़िक्रमंदी की बात है कि आर एस एस और बी जे पी का बुनियादी हिंदूतवा एजंडा दुबारा अपना बदनुमा चेहरा दिखा रहा है और मुल्क के मुख़्तलिफ़इलाक़ों में फ़िर्कावाराना सफ़ बंदी का अमल तेज़ होचुका है।

उन्होंने आर एस एस के क़ौमीआमिला के रुकन इंद्रेश कुमार के बयान का भी हवाला दिया जो हिन्तवा तंज़ीमों की ज़ेरसरपरस्ती दहशतगर्द हमलों के कई वाक़ियात में बिलवासता तौर पर असल साज़िशियों में से एक थे और कहा कि उन्होंने सी बी आई, एन आई ए और ए टी उसकी जानिब से शुरू किए हुए एसे तमाम मुक़द्दमात से दसतबरदारी का मुतालिबा किया है ।

सीताराम येचुरी ने कहा कि यक़ीनन ज़रूरी है कि हम ख़ुद को ज़्यादा ताक़तवर जद्द-ओ-जहद के लिए तैयार करले,मुस्तक़बिल में हमें हमारे मुल्क की यकजहती और इत्तेहाद का दिफ़ा करना होगा।