मोदी हुकूमत यूटर्न सरकार – तमाम इंतेख़ाबी वादे फ़रामोश

नई दिल्ली

नरेंद्र मोदी काबीना को यू-टर्न सरकार क़रार देते हुए कांग्रेस ने आज एक किताबचा जारी किया। पार्टी ने उसे हुकूमत के नाम पर एक स्वांग क़रार दिया और इल्ज़ाम आइद किया कि इस ने अपने इक़्तेदार के छः महीनों में काले धन से लेकर दर अंदाज़ी जैसे बेशुमार मसाइल पर अपने मौक़िफ़ को यकसर तब्दील करलिया है।

किताबचा को 6महीने पार यूटर्न सरकार का नाम दिया गया है। किताबचा में कहा यह है कि वज़ीरे आज़म और उनकी हुकूमत ने हर हफ़्ते एक्यूटर्न लेते हुए इंतेख़ाबात से क़ब्ल किए गए तक़रीबा हर एक वादे पर अपने मौक़िफ़ को तब्दील करलिया है। किताबचा जारी करते हुए कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी अजय‌ माकीन ने हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो काले धन के मसले पर सफेद झूट बोल रही है पाकिस्तान के साथ मसाइल पर इसका मौक़िफ़ कभी कुछ कुछ होता है।

इंशोरंस बिल पर इसका मौक़िफ़ दोहरे मिआर है और एन सी पी के साथ इसका इत्तेहाद इंतेहाई मौकापरस्ती है। उन्होंने कहा कि मोदी ने इंतेख़ाबात से क़ब्ल पाक साफ़ सियासत का वादा किया था लेकिन उन्होंने एक दागदार काबीना फ़राहम की है और जम्मू-ओ-कश्मीर में दफ़ा 370 के ताल्लुक़ से इसका मौक़िफ़ बिलकुल मुख़्तलिफ़ होगया है।

इस हुकूमत ने दिल्ली में इंतेख़ाबात करवाने के ताल्लुक़ से कभी कुछ बयान दिया है और कभी कुछ। माकीन ने इल्ज़ाम आइद किया कि हुकूमत अपने जाली बयानात के ज़रिए कॉरपोरेट फंडिंग की लहर पर इक़्तेदार के गलियारों में दाख़िल हुई है। इंतेख़ाबात से क़ब्ल बी जे पी की सारी मुहिम सिर्फ़ झूटे वादों और बे बुनियाद इल्ज़ामात पर मबनी रही है।

उन्होंने कहा कि सिर्फ़ 6 महीने के बाद मोदी हुकूमत के तीन किरदार सामने आए हैं। एक तो अपने वादों से इन्हिराफ़ है। दूसरा साबिक़ा यू पी ए हुकूमत के प्रोग्रामों और स्कीमों के नाम बदले जा रहे हैं और तीसरा उसे फैसले किए जा रहे हैं जो क़ौमी और अवामी मुफ़ादात को अपने हामी कॉरपोरेट घरानों को फ़रोख़त करने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि मोदी हुकूमत कुछ और नहीं बल्कि यूटर्न सरकार है और ये उसी हुकूमत है जो सनअतकारों की है। कांग्रेस हुकूमत के नाम पर रचे जाने वाले स्वांग पर ख़ामोश नहीं रह सकती। उन्होंने कहा कि इस किताबचा का मक़सद मुल्क के अवाम को मोदी और बी जे पी के हक़ीक़ी चेहरे से वाक़िफ़ करवाना है।

कुल हिंद कांग्रेस के कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के सरबराह ने कहा कि गुज़िशता एक हफ़्ते में हुकूमत ने तीन और मसाइल पर अपने मौक़िफ़ को बदला और यूटर्न लिया है जिन में सुभाष चंद्राबोस की मौत से मुताल्लिक़ दस्तावेज़ात न्यूकलियर वाजिबात बिल और बंगला देश के साथ अराज़ी सरहदी मुआहिदा शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि मुल्क के अवाम कांग्रेस और क़ौम जानना चाहते हैं कि आया इक़्तेदार के लिए आप इतने बेचैन थे कि आप ने रुका नगरीस हुकूमत की जानिब से किए गए हर फैसले की मुख़ालिफ़त महेज़ इक़्तेदार हासिल करने के लिए की थी ? ये इद्दिआ करते हुए कि बी जे पी ज़ेरे क़ियादत हुकूमत ने तक़रीबा 25 मसाइल प्रैइ टर्न लिया है और अपने मौक़िफ़ को बदला है जिन में 22 मसाइल की इस किताबचा में निशानदेही की गई है।

माकीन ने कहा कि बी जे पी का हक़ीक़ी मंशा यही थी कि कांग्रेस हुकूमत के हर फैसले पर महेज़ इसलिए तन्क़ीद की जाये ताकि मर्कज़ में इक़्तेदार हासिल किया जा सके। अब इसका के अज़ाइम वाज़िह होगए हैं। माकीन ने कहा कि हम ये वाज़िह करना चाहते हैं कि हम इंतेख़ाबात से क़ब्ल मोदी यह बी जे पी की जानिब से किए गए वादों के हामी नहीं हैं और ना कोई रुकावट खड़ी कर रहे हैं।

हम सिर्फ़ ये चाहते हैं कि अवाम पर ये आशकार किया जाये कि इसने इक़्तेदार सँभालने के बाद कितने मसाइल पर अपने मौक़िफ़ में तब्दीली पैदा की है। इंतेख़ाबात से क़ब्ल इसका लहजा अलग था और अब इसका मौक़िफ़ बदल गया है। उन्होंने कहा कि हुकूमत अहम मसाइल पर अवाम को गुमराह कर रही है।

एन डी ए हुकूमत की कारकर्दगी के ख़िलाफ़ कांग्रेस ने अब तक ये दूसरा किताबचा जारी किया है। इस ने मोदी हुकूमत के 100 दिन की तकमील के बाद पहला किताबचा जारी किया था। किताबचा की इजराई के अलावा इस बार कांग्रेस पार्टी ने सोश्यल मीडिया को भी मोदी के तशहेरी हर्बा के ख़िलाफ़ इस्तिमाल करना शुरू किया है। सोश्यल मीडिया पर भी यूटर्न सरकार के ताल्लुक़ से शऊर बेदारी का सिलसिला शुरू किया गया है।