हैदराबाद 17 अगस्त: सीपीआई(एम) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम यचोरी ने नरेंद्र मोदी हुकूमत को आदमख़ोर क़रार देते हुए कहा कि चार सूरतों की हामिल मोदी हुकूमत की एक सूरत उस की मआशी पालिसी है जिसके ज़रीये वो अवाम को घायल कर रही है। फ़िर्कावाराना सियासत चौमुखी मोदी हुकूमत की दूसरी सूरत है। तीसरी सूरत डिक्टटरशिप और चौथी सूरत उस की ख़ारिजा( बैरूनी) पालिसी है।
सीताराम यचोरी ने सीपीआई एम की तेलंगाना यूनिट के खुले मीटिंग से ख़िताब कर रहे थे नरेंद्र मोदी हुकूमत की क़ौमी, बैन-उल-अक़वामी और मआशी पालिसी को सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाया।
यौमे आज़ादी के मौके पर क़ौम से ख़िताब के मौके पर वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की तरफ़ से गिलगित और बलोचिस्तान में इन्सानी हुक़ूक़ की ख़िलाफ़ वरज़ीयों का हवाला दिए जाने की मज़म्मत की और कहा कि पाकिस्तान को भी मसला कश्मीर को एक बैन-उल-अक़वामी मसला बनाने का मौक़ा फ़राहम होगा।
यचोरी ने हुकूमत से मसला कश्मीर का सियासी हल तलाश करने का मुतालिबा किया और कहा कि कश्मीर की मौजूदा सूरत-ए-हाल को महिज़ अमन-ओ-क़ानून का मसला नहीं समझा जाना चाहीए और मोदी हुकूमत मसला-ए-कश्मीर का हल तलाश करने के बजाये पाकिस्तान पर इल्ज़ाम तराशी करते हुए अपनी ज़िम्मेदारी से फ़रार होने की कोशिश कर रही है।
यचोरी ने दलितों पर हमलों का तज़किरा करते हुए कहा कि गाव रखशक बहुत बढ़ गए हैं सीताराम यचोरी ने मोदी के यौम-ए-आज़ादी ख़िताब को झूट का पलंदा क़रार दिया और इल्ज़ाम आइद किया कि हरवक़त एक नया नारा देने वाले नरेंद्र मोदी ने इस मर्तबा भी एक नया नारा ही दिया लेकिन 90 मिनट तवील ख़िताब के दौरान किसी भी मसले पर वाज़िह मौक़िफ़ बयान करने में नाकाम हो गए।