विज़ारते उज़्मा के ओहदे की तौहीन का इल्ज़ाम , कांग्रेस का रद्द-ए-अमल
कांग्रेस ने आज नरेंद्र मोदी के इस इल्ज़ाम को खारिज कर दिया कि राहुल गांधी ने आर्डीनैंस पर तन्क़ीद करते हुए वज़ीरे आज़म के ओहदे के वक़ार को घटाने की कोशिश की है। पार्टी ने चीफ़ मिनिस्टर गुजरात पर मुल्क को गुमराह करने का इल्ज़ाम आइद किया और कहा कि वो ख़ुद अपनी रियासत को नजरअंदाज़ कररहे हैं जहां उस वक़्त सेलाब का ख़तरा लाहक़ है।
पार्टी लीडर राशिद अलवी ने क़ौमी दार-उल-हकूमत नई दिल्ली में मोदी की तक़रीर पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने वज़ीर-ए-आज़म के नाम का ज़िक्र भी नहीं किया। उन्होंने आर्डीनैंस के ताल्लुक़ से सिर्फ़ अपनी राय ज़ाहिर की है। यहां तक कि उन्होंने हुकूमत से दसतबरदारी की भी ख़ाहिश नहीं की। राशिद अलवी ने कहा कि दरअसल नरेंद्र मोदी ही वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की इहानत कररहे हैं। वो एक ऐसे वक़्त जबकि बैरूनी दौरे पर हैं, और मुख़्तलिफ़ ममालिक के सरबराहान से मुलाक़ातें कररहे हैं, ताकि मुल्क की तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाया जाये लेकिन नरेंद्र मोदी यहां मुसलसल उन्हें तन्क़ीदों का निशाना बनारहे हैं।
कांग्रेस लीडर ने चीफ़ मिनिस्टर गुजरात पर रियासत के अवाम को नजरअंदाज़ करने का इल्ज़ाम आइद किया जिन्हें संगीन सेलाब का ख़तरा लाहक़ है। उन्होंने कहा कि उस वक़्त गुजरात के अवाम को मोदी की ज़रूरत है और अफ़सोसनाक पहलू ये है कि वो ख़ुद अपने अवाम को जिन्होंने उन्हें चीफ़ मिनिस्टर मुंतख़ब किया, नजरअंदाज़ करते हुए उस वक़्त दिल्ली में मौजूद हैं और क़ौम को गुमराह कररहे हैं।