अब्दुल हमीद अंसारी। siasat hindi
बिहार एशेंबली इलेक्शन में भाजपा की हार पर सवाल उठाने वाले लीडरों पर पार्टी ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पहली गाज मोनाजिर हसन पर गिरी है।
उन्हें ‘पार्टी की मुखालफत करने की सजा के तौर पर छह साल के लिए निकालदिया गया है। बिहार भाजपा सदर मंगल पांडे ने यह जानकारी दी है । अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या खुलेआम मुखालफत करने वाले बड़े लीडरों पर भी पार्टी एक्शन लगी?
मंगल पांडे ने बताया कि मोनाजिर हसन ने नवंबर में बिहार एशेंबली इलेक्शन में भाजपा की हार को लेकर पार्टी और लीडरशिप पर सवाल खड़े किए थे, जिस वजह से पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
इसी साल जद(यू) से भाजपा में आए हसन ने हाल ही में भाजपा पर अदम तहमुल का माहौल तैयार करने का आरोप लगाया था। उन्होंने वजिर ए आज़म पर भी सवाल खड़े किए थे।
अब सवाल उठता है कि क्या बड़े लीडरों पर भी कार्रवाई किए जायेंगें जिन्होंने खुलेआम मुखालफत करने का काम किया है। शत्रुघ्न सिन्हा, आर.के. सिंह दिगर कई लीडरों ने भी हार को लेकर सेंटर लीडरशिप पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि इसके लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।