मुल्क में तक़रीबन 45 फ़ीसद आला तालीम और माहिरीन टैकनोलजी के हामिल सारिफ़ीन अपने मोबाइल डिवाईस के ज़रीये इंटरनेट राबिता क़ायम करते हैं। इन में से 72 फ़ीसद सारिफ़ीन ऐसे हैं जो ख़रीदारी से क़ब्ल अशीया की क़ीमतों और नौईयत को भी तलाश करते हैं। एक ऑनलाईन सर्वे में कहा गया है कि अवाम की एक चौथाई तादाद अपने अहल-ए-ख़ाना के लिए ख़रीदारी के फ़ैसलों में अहम रोल अदा करते हैं।