मोबाइल फ़ोन की 40 वीं सालगिरा !

लंदन, 05 अप्रैल (एजैंसीज़) चालीस बरस क़ब्ल मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल करने वालों का मक़सद आवाज़ तक रसाई हासिल करना था जबकि मौजूदा दौर में मोबाइल फ़ोन की ज़्यादा एहमीयत की वजह इसका डाटा महफ़ूज़ रखने की सलाहीयत है।

मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल करने वाले सारिफ़ीन के लिए 3 अप्रैल का दिन इस ईजाद के मूजिद को शुक्रिया कहने का है जिस ने 40 बरस क़ब्ल वायरलैस टेक्नोलोजी का इस्तेमाल करते हुए मोबाइल फ़ोन ईजाद किया था।

ये 3 अप्रैल 1973 का दिन था जब एक अमेरीकी टेली कम्यूनिकेशन कंपनी मोटोरोला के इंजीनीयर मार्टिन कूपर ने अपने ईजाद करदा मोबाइल फ़ोन मोटोरोला डीना टेक के ज़रीये न्यूयार्क से एक कामयाब फ़ोन काल करने का तजुर्बा किया, जिसे बाद में दुनिया ने सेलूलर मोबाइल फ़ोन के नाम से जाना। डीना टेक का इब्तिदाई वज़न तक़रीबन एक किलो था जबकि ये 9 इंच लंबा था जिस पर 35 मिनट से कम वक़्त के लिए बात की जा सकती थी और इसे इस्तेमाल करने के लिए 10 घंटे चार्ज किया जाता था। इब्तिदा में मोबाइल फ़ोन बनाने का मक़सद सारिफ़ीन को मुतवज्जा करना नहीं था बल्कि ये कुछ कारोबारी हज़रात की ज़रूरत का ख़्याल रख कर बनाया गया था। माईक शॉर्ट जिन का ताल्लुक़ इंस्टीटियूट आफ़ इंजीनीयरिंग ऐंड टेक्नालोजी से है ।