नई दिल्ली, 01 मार्च (पी टी आई) इंतेख़ाबात को पेशे नज़र रखते हुए वज़ीर फायनेंस पी चिदम़्बरम ने आम बजट बराए साल 2013 14 पार्लीमेंट में पेश किया जिसमें किसी तरह की टैक्स मुराआत की पेशकश नहीं की गई। इसके बरअक्स दौलतमंद तरीन अफ़राद पर सरचार्ज लगाया गया और मोबाईल फोन्स, सिग्रेटस-ओ-इंपोर्टेड लक्जरी व्हीकल्स पर डयूटी पर इज़ाफ़ा किया गया।
बजट में 50 लाख रुपये से ज़ाइद मालीयाती जायदाद की फ़रोख़्त पर टी डी एस (टैक्स) मुतआरिफ़ किया गया है। यू पी ए II का आख़िरी मुकम्मल बजट वज़ीर फायनेंस ने ऐसे वक़्त पेश किया जबकि आइन्दा साल आम इंतेख़ाबात होने वाले हैं। इस बजट में मुसलमानों के लिए कुछ ख़ास नहीं है।
उन्होंने तरक़्क़ी की ज़रूरीयात और मौजूदा माली सूरत-ए-हाल के माबैन एक तवाज़ुन क़ायम करने की कोशिश की है और समाजी शोबा में मसारिफ़ में इज़ाफ़ा के पेशे नज़र सब्सीडीज़ पर कमी के लिए भी ख़ातिरख़वाह इक़दामात किए हैं।
बजट में जी डी पी का 4.8 फ़ीसद मालीयाती ख़सारा पेश किया गया। दिफ़ाई शोबा के लिए गुज़श्ता साल के मुक़ाबला 14 फ़ीसद इज़ाफ़ा करते हुए 2,03,672 करोड़ रुपये मुख़तस किए गए। इनकम टैक्स की शरहों और बुनियादी सलाब में किसी तरह की तब्दीली के बगै़र चिदम़्बरम ने ऐसे इन्फ़िरादी टैक्स दहिंदगान को जो 5 लाख रुपये तक की आमदनी पर टैक्स अदा करते हैं, दो हज़ार रुपये की राहत फ़राहम की है।
इससे 1.8 करोड़ टैक्स दहिंदगान को फ़ायदा होगा और हुकूमत को 3,600 करोड़ रुपये मालीयाती ख़सारा बर्दाश्त करना होगा। पहली मर्तबा मकान ख़रीदने वालों को 25 लाख रुपये से ज़ाइद होम लोन पर एक लाख रुपय शरह सूद पर कमी की जाएगी और 25 लाख रुपये तक होम लोन पर ये कमी 1.5 लाख रुपये होगी।
बजट से क़ब्ल दौलतमंद तरीन अफ़राद पर मुहासिल के बारे में काफ़ी चर्चे थे। वज़ीर फायनेंस ने ऐसे दौलतमंद तरीन अफ़राद पर जिनकी आमदनी एक करोड़ रुपय से ज़ाइद हो, उन्हें 10 फ़ीसद सरचार्ज अदा करना होगा। ईसी तरह डोमेस्टिक कॉरपोरेट इदारों पर जिनकी काबिल टैक्स आमदनी 10 करोड़ रुपये हो, सरचार्ज को 5 से बढ़ाकर 10 फ़ीसद कर दिया गया है।
ग़ैरमुल्की कंपनीयों को मौजूदा 2 से बढ़ाकर 5 फ़ीसद सरचार्ज अदा करना होगा। वज़ीर फायनेंस ने ये तजवीज़ पेश की कि ये सरचार्जस सिर्फ़ एक साल के लिए होंगे जबकि तमाम टैक्स दहिंदगान के लिए एजूकेशन सेस बरक़रार रहेगा। हुकूमत की जानिब से मोबाईलस, सिग्रेट्स और एसयू वी पर डयूटीज़ में इज़ाफ़ा से साल 2013 14 में 18 हज़ार करोड़ रुपये की ज़ाइद आमदनी होगी।
पी चिदम़्बरम ने बजट तक़रीर में कहा कि टैक्स तजावीज़ की बुनियाद पर रास्त मुहासिल के ज़रीया 13,300 करोड़ रुपये और बिलवासता मुहासिल से 4,700 करोड़ रुपये आमदनी की तवक़्क़ो है। दौलतमंद तरीन अफ़राद पर इज़ाफ़ी टैक्स का हवाला देते हुए चिदम़्बरम ने कहा कि मिस्टर अज़ीम प्रेम जी (विप्रो) की तरह का जज़बा हर दौलतमंद तरीन टैक्स दहिंदा में होना चाहीए।
उन्होंने इस यक़ीन का इज़हार किया कि जब इस ख़ुशहाल तबक़ा से वो ख़ाहिश करेंगे कि एक साल के लिए किसी क़दर इज़ाफ़ी बोझ बर्दाश्त करें तो उन्हें यक़ीन है कि ख़ुशी के साथ वो इस तजवीज़ को कुबूल कर लेंगे।
वज़ीर फायनेंस ने सिगरेट नोशी करने वालों पर इज़ाफ़ी बोझ आइद करते हुए सिग्रेट्स पर 18 फ़ीसद एक्साइज़ डयूटी बढ़ा दी।उन्होंने एयरकंडीशनिंग रेस्टूरेंट पर भी टैक्स में इज़ाफ़ा किया है।