हुकूमत इस साल के ख़त्म तक उन उसूलों को क़तईयत देगी कि नए मोबाईल कनेक्शन हासिल करने के लिए आधार कार्ड पेश करना लाज़िमी होगा।
ये मुनफ़रिद शनाख़ती कार्ड अब मोबाईल की सिम हासिल करने के लिए ज़रूरी होगा। मोबाईल कनेक्शन फ़राहम करने वाले रिटेलर ग्राहकों की उंगलियों के निशान हासिल करेंगे और वो आधार कार्ड में दर्ज डाटा से ऑनलाइन जायज़ा लेंगे। सिम कार्ड फ़रोख़त करने के प्वाईंट पर कार्ड हासिल करने वाले के घर का पता और आई डी प्रफ़ू भी देना ज़रूरी होगा। इस पायलट प्रोजेक्ट पर हाल ही में रियासत आंध्रा प्रदेश में शुरू किया गया है। आधार कार्ड हासिल करने वालों की तादाद आंध्रा प्रदेश में तक़रीबन 56 मिलियन होगई है। रियासत की जुमला आबादी 86 मिलियन हैं।
मुल्क भर में अब तक 25 फ़ीसद आधार कार्ड्स जारी किए गए हैं। सिम कार्ड की फ़रोख़त के लिए अब रीटेलर्स को बेशुमार पेपर वर्क नहीं करना पड़ेगा। नए मोबाईल कनेक्शन की फ़राहमी के लिए सेक्यूरिटी क़वाइद को मज़बूत बनाने की कोशिश की जा रही है। इस साल के इख़्तेताम तक जैसे ही रहनुमायाना ख़ुतूत जारी किए जाऐंगे आपरेटर्स की जानिब से सिर्फ़ आधार कार्ड्स इस्तिमाल करते हुए नए मोबाईल कनेक्शन दिए जाऐंगे।