मोहसिन शेख के पिता ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र, कहा मुझे न्यायिक और आर्थिक मदद दी जाए

पुणे के आईटी इंजीनियर मोहसिन शेख के पिता शेख मोहम्मद सादिक ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री, दिल्ली और महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखा है। मोहसिन के पिता ने पत्र लिखकर सभी से न्यायिक और आर्थिक मदद की मांग की है।

पुणे के सोलापुर के रहने वाले मोहसिन की 02 जून, 2014 को हिंदु राष्ट्र सेना के लोगों ने हत्या कर दी थी। इस मामले में हिंदू राष्ट्र सेना के मुखिया धनंजय देसाई की गिरफ्तारी हुई थी। मोहसिन के पिता ने अपने लिखे पत्र में कहा है कि मेरा बेटा आईटी कंपनी में मैनेजर था और 50,000 हर महीने कमाता था। वह घर में कमाने वाला एक मात्र आदमी था। मेरे बेटे के हत्या मामले पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाए।

गौरतलब है कि हिंदू राष्ट्र सेना के तकरीबन 20 सदस्यों ने मोहसिन शेख की हत्या पीट-पीटकर दी थी। वो पुणे से सोलापुर के रहने वाले थे। मोहसीन की हत्या फेसबुक पर एक विवादित पोस्ट को लेकर भड़के हिंसा पर उतारू लोगों ने कर दी थी। इस हत्या के आरोप में हिन्दू राष्ट्र सेना प्रमुख धनंजय देसाई समेत 21 गिरफ्तारी हुई थी। उसके बाद मामले की जांच कर रही पुलिस को दो ऐसे गवाह हाथ लगे थे जिन्होंने हिन्दू राष्ट्र सेना के कार्यकर्ताओं को पुणे के मुस्लिमों पर हमला करने की योजना बनाते हुए सुना था। इस बात का खुलासा पुलिस ने अदालत में दायर चार्जशीट में किया था।

पुलिस ने अपनी चार्जशीट में लिखा था कि हमें जांच के दौरान दो ऐसे गवाह मिले जिन्होंने 2 जून की रात 8:30 बजे हिन्दू राष्ट्र सेना के कार्यकर्ताओं को पुणे के मुस्लिमों पर हमला करने की बात करते हुए सुना था। इन कार्यकर्ताओं के हाथ में हॉकी स्टिक और लकड़ी के बैट थे। मोहसिन शेख पर हमले से पहले इन्होंने एक मीटिंग की थी जिसमें एक कार्यकर्ता ने कहा था कि धनंजय भाई ने कहा है शिवाजी महाराज की तस्वीर फेसबुक पर डालने वालों को छोड़ना नहीं है। उनकी गाड़ियों और दुकानों को तोड़ दो। उन्हें उनके इलाके में कोई भी धंधा नहीं करने देना है। हड़पसर में हिन्दू राष्ट्र सेना का खौफ होना चाहिए।

गवाहों के मुताबिक, मीटिंग के बाद सभी कार्यकर्ता वहां से उन्नति नगर की ओर चले गए। मोहसिन शेख पर करीब 15-20 लोगों ने उस समय हमला किया जब वह अपने दोस्त रियाज और अहमद मुबारक के साथ मस्जिद से नमाज पढ़कर लौट रहे थें। इस हमले में घायल मोहसिन को शहर के नोबल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। लेकिन खून ज्यादा बह चुका था और उनकी मौत हो गई।

इस घटना के कुछ ही दिनों बाद कुछ हिंदू संगठनों मोहसीन के हत्या के दोषी धनंजय देसाई उर्फ भाई को ‘हिंदुत्व शौर्य पुरस्कार’ से सम्मानित करने का एलान किया था। हिंदू राष्ट्र सेना ने शेख पर आरोप लगाया था कि उसने अपने फेसबुक पेज पर छत्रपित शिवाजी और शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे का आपत्तिजनक फोटोग्राफ अपलोड किया। इस घटना के बाद पुणे में हिंसा भड़क गई थी।