मौजूदा तालीमी निज़ाम में अख़लाक़-ओ-इक़दार का फ़ुक़दान

हैदराबाद 27 जुलाई:राज्य सभा रुकन और साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर करन सिंह ने कहा कि मौजूदा तालीमी निज़ाम में अख़लाक़-ओ-इक़दार का फ़ुक़दान पाया जाता है। हिंदुस्तान में हर एक मज़हब मानने वाले हैं इन मज़ाहिब की अज़ीम तालीमात को फ़रामोश करने से जो संगीन समाजी अबतरी पैदा होरही है अफ़सोसनाक है।

करन सिंह बिट्स पिलानी हैदराबाद कैंपस के चौथे कानोकीशन से ख़िताब कररहे थे जिस में 748 तलबा को डिग्रियां हवाले की गई। उन्होंने कहा कि साईंस की तरक़्क़ी हमारे लिए एहमीयत की हामिल हैं लेकिन उस को इस्तेमाल करना चाहीए।

हम एक एसी दुनिया में दाख़िल होगए हैं जहां पर मुम्किनात का ना ख़त्म होने वाला सिलसिला पाया जाता है। इत्तेलाआत की सूनामी पर क़ाबू पाते हुए इन इत्तेलाआत को मालूमात की दुनिया पर हावी होने की इजाज़त नहीं देनी चाहीए।

उन्होंने कहा कि टेक्नालोजी में शानदार कामयाबीयों के बावजूद हम एक एसी दुनिया में रह रहे हैं जो अपनी मीरास के नाम पर है। हमें मालूमात की दुनिया में एक नए कल्चर को फ़रोग़ देना होगा।

तरक़्क़ी याफ़ता-ओ-तरक़्क़ी पज़ीर ममालिक के दरमयान जो फ़र्क़ पैदा किया जा रहा है उस को दूर करने की ज़रूरत है। उन्होंने तारीख़ी शहरे हैदराबाद की सताइश करते हुए कहा कि। यहां पर मुख़्तलिफ़ तहज़ीबें पाई जाती है ये शहर ना सिर्फ़ नई रियासत का दारुल हुकूमत है। मुझे उम्मीद हैके इस शहर की तहज़ीब और सक़ाफ़्ती फ़िज़ा का तहफ़्फ़ुज़ किया जाएगा और शहर की शान-ओ-शौकत को बहाल रखते हुए फ़रोग़ दिया जाये गा।

आज के कानोकेशन में सय्यद मुजाहिद हुसैनी को डाक्टरेट पी एचडी की डिग्री दी गई जबकि मुहम्मद फ़ैज़ इक़बाल फ़ैज़ को कंप्यूटर साईंस डिग्री अता की गई। सय्यद मुनव्वर को इलेक्ट्रॉनिक्स जबकि सय्यद आदिल को डिज़ाइन इंजीनीयरिंग में डिग्री दी गई। मुहम्मद आक़िब ग़ौस को एम फार्मा की डिग्री और सय्यद सईदा अफरीन को केमीकल में बी ई की एज़ाज़ी डिग्री अता की।