मौत के मुंह से निकले मासूम, लौटी मुस्कान

सारण जिले के मशरक ब्लाक में मासूमों को मिड डे मिल खाना में जो जहर दिया गया था, उससे बीमार बच्चों में अब उसका असर कम होने लगा है। पीएमसीएच में गुजिश्ता 18 जुलाई से इलाज करा रहे 24 बच्चे और एक बावर्ची की हालत में बेहतरी दिख रहा है। डोक्टरों ने दो बच्चों की दवा पूरी तरह और चार बच्चों को दी जाने वाली एंटीडोज आधी कर दी है। जुमा को एकबार फिर मेडिकल बोर्ड बैठेगा और जायजा के बाद डिस्चार्ज के सिलसिले में फैसला लेगा।

टेस्ट के तहत दवा बंद : पीएमसीएच सुप्रिटेनडेंट डा.अमरकांत झा अमर ने बताया कि डोक्टरों की टीम इन बच्चों की पल-पल की रिपोर्ट रख रही है। अगर कल तक बिना दवा दिए उनकी हालत में सुधार जारी रहेगा, तो दीगर बच्चों में भी दवा की खुराक धीरे-धीरे कम की जाएगी। इस बीच, कुछ दीगर बच्चों में एंटीडोज की अलामत नज़र आये हैं।

हिफ़ाज़ती घेरा अब भी सख्त : भले ही तमाम बच्चों और बावर्ची की हालत में काफी सुधार हो पर जिला और पीएमसीएच इंतेजामिया हिफाज़त में कोई कोताही नहीं बरत रहे हैं। पीर को भी वार्ड का एक दरवाजा बंद था, दूसरे दरवाजे के सामने नर्सो व चार ख्वातीन पुलिस मुस्तैद थीं।