मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की यौमे पैदाइश वसीअ पैमाने पर

तेलंगाना हुकूमत ने मुल्क के पहले वज़ीरे तालीम मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के यौमे पैदाइश के मौक़ा पर 11 नवंबर को यौमे अक़लीयती बहबूद बड़े पैमाना पर मुनाक़िद करने का फैसला किया है। डिप्टी चीफ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने आज अक़लीयती बहबूद के ओहदेदारों के साथ जायज़ा इजलास मुनाक़िद किया जिस में यौमे अक़लीयती बहबूद के मुख़्तलिफ़ प्रोग्रामों को क़तईयत दी गई।

हुकूमत 11 नवंबर की तक़रीब में गरीब मुसलमानों के लिए 1000 आटो रिक्शा फ़राहमी स्कीम के तहत आटो रिक्शा जारी करने का मन्सूबा रखती है। ताहम इस सिलसिले में चीफ मिनिस्टर के चन्द्र शेखर राव की जानिब से वक़्त का तीन बाक़ी है। अगर चीफ मिनिस्टर 11 नवंबर को मसरूफ़ हों तो उनसे ख़ाहिश की जाएगी कि 13 नवंबर को इस प्रोग्राम में शिरकत के लिए वक़्त का ताऐयुन करें।

डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने मर्कज़ी वज़ीर अक़लीयती बहबूद नजमा हेब्तुल्लाह से फ़ोन पर बात की और यौमे अक़लीयती बहबूद में शिरकत की ख़ाहिश की। उन्होंने बताया कि वो 11 नवंबर को मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की मज़ार पर हाज़िरी देती हैं, लिहाज़ा शिरकत मुम्किन नहीं। ताहम उन्होंने 13 नवंबर को तक़रीब के इनेक़ाद की सूरत में शिरकत करने से इत्तिफ़ाक़ किया।

हैदराबाद और रंगा रेड्डी में आटो रिक्शा स्कीम के तहत अभी तक 2800 दरख़्वास्तें दाख़िल की गई हैं जिनका अक़लीयती फाइनेंस कारपोरेशन जायज़ा ले रहा है। इस इजलास के बारे में डायरेक्टर अक़लीयती बहबूद एम जे अकबर को इत्तिला नहीं दी गई। लिहाज़ा वो शरीक नहीं हुए।