मौलाना अब्दुल कवि की दिल्ली में गिरफ़्तारी

हैदराबाद के नामवर आलमे दीन मौलाना मुहम्मद अब्दुहलकवि नाज़िम जामिआ अशर्फ़ उल-उलूम हैदराबाद को आज शाम दिल्ली एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया।

मौलाना अब्दुल कवि हैदराबाद से दिल्ली रवाना हुए थे ताकि दारुल-उलूम देवबंद में मुनाक़िद शुदणी राबिता मदारिस दिनीय के मीटिंग में शिरकत करसके।

बताया जाता हैके दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने के साथ ही मौलाना अब्दुल कवि को चंद लोगों ने घेर लिया और ख़ुद को क़ानून नाफ़िज़ करनेवाली एजंसियों से ताल्लुक़ ज़ाहिर करते हुए बोर्डिंग पास, बयागेज और सेलफोन वगैरह छीन लिए।

पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट पर मौलाना के इस्तिक़बाल के लिए पहुंचने वाले नौजवानों को भी हिरासत में लेकर उनके सेलफोन ज़बत करलिए थे ताहम बादअज़ां इन नौजवानों के पत्ते नोट कर लेने के बाद उन्हें चले जाने की इजाज़त दी गई।

बताया जाता हैके ये मुबय्यना कार्रवाई पिछ्ले पुलिस ने की। मौलाना को बादअज़ां एयरपोर्ट से दिल्ली के एक पुलिस स्टेशन ले जाया गया जहां से उन्हें पिछ्ले मुंतक़िल करने की कार्रवाई की जा रही है।

एक और इत्तेला में बताया गया कि मौलाना को रात देर गए अहमदाबाद मुंतक़िल करदिया गया है। जनरल सेक्रेटरी जमीअतुल उलमा हिंद मौलाना सय्यद महमूद मदनी को मौलाना अब्दुल कवि की गिरफ़्तारी की इत्तेला मिलते ही वो दिल्ली और गुजरात में आला पुलिस ओहदेदारों से राबिता क़ायम किया।

मालूम हुआ हैके मौलाना महमूद मदनी ने इस गिरफ़्तारी का सख़्त नोट लिया और उसे गैरकानूनी क़रार दिया। वो अहमदाबाद के लिए रवाना होरहे हैं।

मौलाना के बड़े भाई मौलाना मुफ़्ती अबदुलमग़नी मज़ाहरी, जमीअतुल उलमा शहर हैदराबाद के सदर हैं। मौलाना अब्दुल कवि का शुमार मुल्क के जै़द उलमाए किराम में होता है जिन्होंने अपनी सरी ज़िंदगी दीन की ख़िदमत के लिए वक़्फ़ करदी है।

मौलाना अब्दुल कवि एक गैर सियासी और गैर नज़ाई शख्सियत हैं, उन जैसी शख्सियत पर दहश्तगर्दी का लेबल लगाना इंतिहाई नागवार है।

समझा जाता हैके मौलाना अब्दुल कवि की गिरफ़्तारी पर दिनी मदारिस के तलबा-ए-और तबका-ए-उल्मा बड़े पैमाने पर एहतेजाज शुरू करेंगे। याद रहे कि चंद बरस पहले भी मौलाना अब्दुल कवि के भांजे मौलाना मुहम्मद अशर्फ़ को गुजरात पुलिस ने दहश्तगर्दी के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया था ताहम वो अदालत से रहा होगए।