मौलाना आज़ाद यूनीवर्सिटी में धांदलियों की तहक़ीक़ात का मुतालिबा

हैदराबाद २२ । मई (सियासत न्यूज़) मौलाना आज़ाद नैशनल उर्दू यूनीवर्सिटी में मौजूद तमाम ओहदेदारों मुलाज़मीन वग़ैरा के असना दात जांच करवाते हुए इस बात का जायज़ा लिया जाय कि उर्दू यूनीवर्सिटी में ग़ैर उर्दू दां मुलाज़मीन ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं ? सदर टी आर ऐस मिस्टर के चन्द्र शेखर राव‌ ने मर्कज़ी वज़ीर फ़रोग़ इंसानी वसाइल मिस्टर कपिल सिब्बल को मकतूब रवाना करते हुए उर्दू यूनीवर्सिटी में जारी धांदलियों की तहक़ीक़ात का मुतालिबा किया।

उन्हों ने उर्दू यूनीवर्सिटी में ख़िदमात अंजाम दे रहे ग़ैर उर्दू दां अफ़राद की फ़ौरी बरतरफ़ी का मुतालिबा करते हुए कहा कि इलाक़ा तेलंगाना में मज़ीद मराकज़ क़ायम किए जाएं और 40 फ़ीसद मुलाज़मतें मुक़ामी दरख़ास्त गुज़ारों को फराहम की जाएं।

मिस्टर के सी आर ने मर्कज़ी वज़ीर को रवाना करदा मकतूब में बताया कि उर्दू यूनीवर्सिटी में तक़र्रुत में कई तरह की बदउनवानीयाँ पाई जाती हैं जिस में ग़ैर उर्दू दां अफ़राद के तक़र्रुत शामिल हैं। उन्हों ने बताया कि उन्हें मौसूला इत्तिलाआत के बमूजब डाक्टर मुहम्मद अबदुलहक़ जो कि ज़िला करीमनगर से ताल्लुक़ रखते हैं ने कम्पयूटर साईंस में पी एचडी की है और बुनियादी तालीम ऐस एससी तक उर्दू मीडियम के ज़रीयामुकम्मल की है । उन्हों ने अस्सिटैंट प्रोफ़ैसर की मुलाज़मत के लिए दरख़ास्त दाख़िल की थी और इंटरव्यू में भी शिरकत की लेकिन उन्हें मुंतख़ब नहीं किया गया ।

इस के बरअक्स एक और उम्मीदवार मिसिज़ कहकशां तबस्सुम जो कि NET की अहलीयत की हामिल नहीं हैं और ना ही वो उर्दू ज़रीया तालीम रखती हैं मगर उन्हें मुंतख़ब करते हुए दो साल का वक़्त फ़राहम करते हुए इस बात की हिदायत दी गई है कि वो अंदरून दो साल नैट में कामयाबी हासिल करें । मिस्टर के चन्द्र शेखर राव‌ ने अपने मकतूब में बताया कि मौलानाआज़ाद यूनीवर्सिटी के हैदराबाद में क़ियाम का बुनियादी मक़सद ये था कि हैदराबाद में उर्दू का बेहतर मुस्तक़बिल है और उर्दू दां अफ़राद की बड़ी तादाद हैदराबाद में रहती हैं। इसी लिए हैदराबाद में उर्दू यूनीवर्सिटी का क़ियाम अमल में लाया गया लेकिन यूनीवर्सिटी में ग़ैर उर्दू दां अफ़राद के तक़र्रुत के ज़रीया क़ियाम के बुनियादी मक़सद को फ़ौत किया जा रहा है।

उन्हों ने बताया कि जब ग़ैर उर्दू दां अफ़राद का उर्दू यूनीवर्सिटी में तक़र्रुर अमल में लाया जाने लगे तो उर्दू यूनीवर्सिटी का मुस्तक़बिल क्या होगा इस का बख़ूबी अंदाज़ा किया जा सकता है । मिस्टर के चन्द्र शेखर राव‌ ने उर्दू और उर्दू यूनीवर्सिटी के तहफ़्फ़ुज़ के लिएफ़ौरी तौर पर इक़दामात की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए मर्कज़ी वज़ीर मिस्टर कपिल सिब्बल से ख़ाहिश की कि वो उर्दू यूनीवर्सिटी के तमाम मुलाज़मीन के असना दात की जांच के ज़रीया तहक़ीक़ात का आग़ाज़ करें।

सदर टी आर इससे मौलाना आज़ाद यूनीवर्सिटी ऐक्शन‌ कमेटी क़ाइदीन ने मुलाक़ात करते हुए यूनीवर्सिटी में जारी बदउनवानीयों-ओ-बे क़ाईदगियों के मुताल्लिक़ उन्हें वाक़िफ़ करवाया था। ऐक्शन‌ कमेटी क़ाइदीन जनाब नुसरत मुही उद्दीन जनाब तारिक़ कादरी-ओ-दीगर सदर टी आर उसकी जानिब से मर्कज़ी वज़ारत फ़रोग़ इंसानीवसाइल से की गई बरवक़्त नुमाइंदगी पर इन से इज़हार-ए-तशक्कुर करते हुए कहा कि उम्मीद है कि उर्दू के तहफ़्फ़ुज़ और यूनीवर्सिटी की बक़ा के लिए सदर टी आर उसका मुस्तक़बिल में भी तआवुन बरक़रार रहेगा।