ओटकोर।19नवंबर, ( सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ ) मिल्लत-ए-इस्लामीया हाई स्कूल ओटकोर मैं जलसा बउनवानयौम तालीम मुनाक़िद हुआ। जनाब मुहम्मद मुनीर अहमद फ़ारूक़ी जनरल सैक्रेटरी ने सदारत की।शहि नशीन पर जनाब मुहम्मद ख़ुरशीद गदवाल नायब सदर सोसाइटी, जनाब अरविंद कुमार साबिक़ जैड पी टी सी रुकन कांग्रेस, जनाब मुहम्मद काज़िम हुसैन सदर मुदर्रिस, जनाब मौलवी अबुलहसन गद वाली, जनाब मुहम्मद पाशाह हसन आबाद सदर इंतिज़ामी कमेटी, जनाब मुहम्मद मज़हर फ़ारूक़ी ऐडवोकेट, जनाब इक़बाल ओटकोरी, क़ाज़ी अबदुलख़ालिक़ टी आर ऐस टाॶन परीसीडनट, जनाब ज़मीर अली अमर जनता कांग्रेस, जनाब के लछमना सदर मंडल कांग्रेस ने शिरकत की। इस मौक़ा पर जनाब मुहम्मद मुनीर अहमद फ़ारूक़ी ने तलबा-ए-में मीनारीटी मर्कज़ी स्कालर शपस 32 तलबा-ए-ओ- तालिबात में जुमला एक लाख 48हज़ार रुपय के चेक्स तक़सीम करते हुए कहा कि ओटकोर में मुस्लमानों की अक्सरीयत मआशी तौर पर बहुत कमज़ोर ही। हुकूमत ने तलबा-ए-को जो स्कालरशिपस जारी कररही है इस का सही इस्तिमाल करके तालीम हासिल करते रहीं। उन्हों ने मुजाहिद आज़ादी मौलाना अब्बू उल-कलाम आज़ाद की शख़्सियत फ़िर्कावाराना हम आहंगी की एक जीती जागती तस्वीर ही। इस तरह सयासी कारकुन को उन के नक़श-ए-क़दम पर चलने की कोशिश करनी चाहिये। मौलाना एक सयासी क़ाइद के साथ मुफ़स्सिर क़ुरआन की हैसियत से जाने जाते थी। मौलाना एक सच्चे बाअख़लाक़ मुदब्बिर थी, उन्हों ने जहां मुस्लमानों का पास वलहाज़ रखा वहीं उन्हों ने दीगर बिरादरान वतन की ख़िदमत में कोई कसर बाक़ी ना रखी। जनाब अरविंद कुमार रुकन जैड पी टी सी कांग्रेस ने मिल्लत-ए-इस्लामीया के तलबा-ए-बउनवान यौम तालीम को बज़बान तलगो और अंग्रेज़ी में तक़ारीर करने पर निहायत ही मुसर्रत का इज़हार किया। उन्हों ने कमेटी की तालीमी ख़िदमात को ज़बरदस्त सराहा और मौलाना अब्बू उल-कलाम आज़ाद को भरपूर ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करते हुए कहा कि मौलाना आज़ाद एक मुहिब-ए-वतन और हिन्दू मुस्लिम इत्तिहाद के अलमबरदार थी। जनाब मुहम्मद काज़िम हुसैन सदर मुदर्रिस, जनाब मुहम्मद ख़ुरशीद गदवाल नायब सदर सोसाइटी, जनाब अबुलहसन गद वाली ने इलम की एहमीयत और इफ़ादीयत पर सैर हासिल रोशनी डाली।इस मौक़ा पर जनाब मज़हर फ़ारूक़ी ऐडवोकेट की कसरत से गलपोशी और शाल पोशी की गई। इस मौक़ा पर तलबा-ए-तालिबात ने भी मौलाना अब्बू उल-कलाम आज़ाद की यौम-ए-पैदाइश के मौक़ा पर तक़ारीर कीं और तमाम तलबा-ए-ओ- तालिबात मैं इनामात तक़सीम किए गए.