मौलाना कादरी के पाकिस्तान लौटते ही शरीफ सरकार की फूली सांस

कनाडा में रह रहे मज़हबी रहनुमा और पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के सरबराह ताहिर उल कादरी के वतन लौटने के साथ ही हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया है। इस्लामाबाद एयरपोर्ट के बाहर उनके इस्तेकबाल के लिए मौजूद हामियों की भीड़ देख घबराई शरीफ की हुकूमत ने उनके तैय्यारे को लाहौर भेज दिया। इसके बाद पुलिस और कादरी हामियों के बीच झड़प शुरू हो गई, जिसमें 70 से ज्यादा पुलिस अहलकार ज़ख्मी हुए हैं। झड़प में कादरी की पार्टी के 40 कारकुन भी ज़ख्मी हुए हैं।

गौरतलब है कि कादरी का दारुल हुकूमत इस्लामाबाद आकर लोगों से खिताब करने के ऐलान के बाद से ही हुकूमत परेशान थी। तभी से हुकूमत ने सेक्युरिटी इंतजामों को पुख्ता करने के कदम उठाने शुरू कर दिए थे। और इस्लामाबाद हवाई अड्डे को सील कर दिया गया था।

नवाज शरीफ की तरफ से तैय्यारे लौटाए जाने से खफा पाकिस्तान अवामी तहरीक के सबराह कादरी ने लाहौर में तैय्यारे से उतरने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह शरीफ हुकूमत के खिलाफ इंकलाब की शुरुआत करेंगे। उन्होंने तैय्यारे को वापस इस्लामाबाद ले जाने और सिक्युरिटी के लिए फौज की मांग भी की। मगर पंजाब के गवर्नर चौधरी मुहम्मद सरवर ने तैय्यारे के अंदर जाकर उन्हें मना लिया।

बाहर आने के बाद कादरी ने कहा कि सरवर मेरे साथ ज़ख्मी पार्टी कारकुनो को देखने अस्पताल और फिर घर जाएंगे। उन्होंने मेरी सेक्युरिटी की जिम्मेदारी ली है। मैं वज़ीर ए आज़म नवाज शरीफ और उनके भाई शाहबाज शरीफ पर बिल्कुल भरोसा नहीं कर सकता। दोहरी शहरीयत वाले कादरी पिछले साल जनवरी में पाकिस्तान लौटे थे।

इलेक्शन सुधारों की मांग करते हुए उन्होंने धरना दिया था, जिसमें उनके हजारों हामियों ने हिस्सा लेकर हुकूमत को परेशानी में डाल दिया था। इंफार्मेशन मिनिस्टर परवेज राशिद ने बताया कि कादरी के हजारों हामियों इस्लामाबाद की सड़कों पर इकट्ठा थे। ऐसे में उनकी जान को खतरा हो सकता था। इसलिए तैय्यारे को लाहौर ले जाना पड़ा। हम उनकी सेक्क्युरिटी चाहते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कादरी हामियों को हटाने के लिए आसूं गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।

मौलाना के तरजुमान ने बताया कि वह मुल्क में सुधार, दहशगर्द के खिलाफ जंग और शफाफियत को बढ़ावा देने वापस लौटे हैं। माना जा रहा है कि कादरी के इस मुहिम के पीछे फौज का हाथ है। उनके हामी भी इस्लामाबाद एयरपोर्ट के बाहर इस्लामी इकलाब और फौज की ताईद में नारे लगा रहे थे। पिछले हफ्ते पुलिस के साथ झड़प में दो ख्वातीन समेत दस कादरी हामी मारे गए थे।